कई बार आपने महसूस किया होगा कि आपने अपने किसी दोस्त से बात की और कुछ समय बाद सोशल मीडिया पर उसी विषय के विज्ञापन दिखने लगे। जैसे आपने नई कार या फोन की बात की और इंस्टाग्राम पर उससे जुड़े एड दिखने लगे। ऐसे में मन में सवाल उठता है क्या स्मार्टफोन हमारी बातें सुनता है?
असल में स्मार्टफोन हर वक्त आपकी बातें नहीं सुनता। लेकिन यह तभी होगा जब आपने किसी ऐप को माइक्रोफोन एक्सेस दिया हो। जैसे आपने “Hey Siri” या “OK Google” जैसे वॉयस असिस्टेंट ऑन कर रखे हैं। ये फीचर्स बैकग्राउंड में कुछ सेकंड्स तक आपकी आवाज सुनते हैं।
हमें संबंधित विज्ञापन क्यों दिखते हैं?
स्मार्टफोन आपकी आवाज से ज्यादा आपके डिजिटल व्यवहार को ट्रैक करता है:
- आपकी सर्च हिस्ट्री
- ऐप इस्तेमाल करने का तरीका
- लोकेशन डाटा
- ब्राउजिंग पैटर्न
- ऑनलाइन खरीदारी की आदतें
यह जानकारी विज्ञापन कंपनियों को यह तय करने में मदद करती है कि आपको कौन-से प्रोडक्ट दिखाए जाएं।
माइक्रोफोन-बेस्ड टारगेटिंग बहुत कम मामलों में होता है, और यह तभी संभव होता है जब ऐप को माइक्रोफोन की परमिशन दी गई हो।
स्मार्टफोन कौन-कौन सा डेटा इकट्ठा करता है?
स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल डिवाइस जैसे कि स्मार्टवॉच, लैपटॉप, स्मार्ट टीवी आदि, निम्नलिखित डेटा इकट्ठा करते हैं:
- लोकेशन
- ब्राउजिंग हिस्ट्री
- एप यूसेज
- डिवाइस जानकारी
- ऑनलाइन खरीदारी
- हेल्थ डाटा (अगर फिटनेस डिवाइस से कनेक्टेड हो)
क्या ये डेटा आपकी पहचान से जुड़ा होता है?
विश्वसनीय कंपनियां इस डेटा को आपकी सीधी पहचान (जैसे नाम या पता) से लिंक नहीं करतीं। बल्कि इसे अनाम डेटा (anonymous data) के रूप में स्टोर करती हैं ताकि आपकी निजता बनी रहे।
कैसे जानें कि कोई ऐप आपकी बात सुन रहा है?
ऐप इंस्टॉल करते समय मांगी गई माइक्रोफोन परमिशन चेक करें
ऐप की Privacy Policy पढ़ें
कई ऐप्स में यह भी विकल्प होता है कि आप वॉयस रिकॉर्डिंग को बंद कर सकें
किसी ऐप का माइक्रोफोन एक्सेस कैसे बंद करें?
आप अपने स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाएं। और वहां से किसी भी ऐप का माइक्रोफोन एक्सेस बंद कर दें।
एंड्रॉइड में:
Settings > Privacy > Permission Manager > Microphone > ऐप चुनें > Deny
iPhone में:
Settings > Privacy & Security > Microphone > ऐप को Toggle Off करें
क्या यह कानूनी है?
अगर आपने परमिशन दी है, तो यह कानून के दायरे में आता है।
लेकिन बिना अनुमति के आपकी आवाज रिकॉर्ड की जाती है, तो यह कानून का उल्लंघन है।
निजता (Privacy) कैसे सुरक्षित रखें?
- प्राइवेसी पॉलिसी पढ़ें
- सिर्फ जरूरी परमिशन दें
- एप्स की सेटिंग्स समय-समय पर जांचें
- सोशल मीडिया पर कौन-सी जानकारी सार्वजनिक है, इस पर नजर रखें
- वॉयस असिस्टेंट को तब ही एक्टिव करें जब जरूरत हो
भारतीय कानून क्या कहता है?
डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 (DPDP Act)
कंपनियां आपकी सहमति के बिना आपका निजी डेटा इस्तेमाल नहीं कर सकतीं।
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट, 2000 (IT Act)
अगर कोई कंपनी आपकी निजी जानकारी सुरक्षित नहीं रखती है या उसे शेयर करती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
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