राजस्थान के जोधपुर में दहेज प्रताड़ना का एक और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, 32 वर्षीय स्कूल टीचर संजू बिश्नोई ने अपनी ही तीन साल की बेटी के साथ खुद को आग लगाकर जान दे दी। यह घटना तब हुई, जब संजू ने अपने ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया। बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संजू ने जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
पड़ोसियों ने देखी पूरी घटना
पड़ोसियों ने जैसे ही धुंआ उठते देखा तो तुरंत संजू के पिता को सूचना दी। जब संजू के परिवार वाले घर पहुंचे तो उन्होंने संजू को जलते हुए पाया। ASP मंडोर नागेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के समय संजू का पति दिलीप बिश्नोई घर पर नहीं था।
संजू के पिता ने कराई FIR दर्ज
संजू के पिता ने स्थानीय थाने में जाकर FIR दर्ज कराई। पिता ने आरोप लगाया कि संजू को शादी के टाइम से लगातार दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था। पुलिस ने संजू के पिता की शिकायत के आधार पर संजू के ससुराल वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
10 साल पहले हुई थी संजू की शादी
पुलिस ने बताया कि संजू का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि फोन से काफी कुछ खुलासा हो सकता है। इससे पुलिस को अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है। संजू काफी साल पहले एक सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में टीचर के पद पर थीं। संजू की शादी 10 साल पहले दिलीप बिश्रोई से हुई थी। वहीं कुछ सालों से ससुराल वालों से विवाद चल रहा था।
पोस्टमार्टम से ससुराल वालों ने किया विवाद
घटना के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज गया था, उसके बाद शव को मायके लाया गया तब ससुराल वालों ने काफी विवाद किया। संजू के माता पिता ने शव की कस्टडी की मांग करी। जिसे तनाव और भी ज्यादा बढ़ गया।
ये भी पढ़ें: हरियाणा के किसानों को मिलेगी प्रति एकड़ 4500 रुपये की आर्थिक सहायता, जानें कैसे