दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पीएम आवास से मंगलवार दोपहर 11.40 बजे कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia )निकले है, इस दोरान वह गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक ही गाड़ी में सवार थे। पीएम आवास सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज चल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम और अमित शाह के साथ उनके आवास पर 1 घंटे से ऊपर की बैठक की। सिंधिया अपनी कार खुद चलाकर पीएम आवास पहुँचे। लेकिन बैठक के बाद सिंधिया गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक ही कार में सवार होकर निकले है।
1 घंटे चली बैठक
करीब एक घंटे तक पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बैठक चली। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंधिया अमित शाह की कार में बैठकर ही बाहर निकले। इससे पहले सिंधिया अपने आवास से अकेले खुद कार चलाकर अमित शाह के घर पहुंचे थे, जहां से अमित शाह के काफिले में लोक कल्याण मार्ग पर पीएम आवास पहुंचे। आज ही बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
पीएम मोदी से सिंधिया की इस मुलाकात के बीच खबरें ये आईं कि वो आज ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इतना ही नहीं, जिस सम्मान के लिए सिंधिया कांग्रेस में लड़ रहे थे, वो सम्मान उन्हें बीजेपी में दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और इस तरह उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है।
आज ही हो सकती है इस्तीफे
इसका मतलब ये हुआ कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर सकती है। बीजेपी सूत्रों का इस संदर्भ में कहना है कि कांग्रेस के बागी विधायक विधानसभा अध्यक्ष को आज ही अपने इस्तीफे भेज सकते हैं। ऐसे विधायकों की संख्या 20 हो सकती है। यानी अगर ऐसा होता है तो कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और इसके बाद शिवराज सिंह चौहान सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।
भाजपा ने बुलाई संसदीय बोर्ड की बैठक
सिंधिया के पाले में आते ही भाजपा ने सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। आज बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के साथ बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक भी बुलाई गई है। इस बैठक में मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनाने को हरी झंडी दी जाएगी।
क्या है विधानसभा का गणित
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। यहां 2 विधायकों का निधन हो गया है। इस तरह से विधानसभा की मौजूदा शक्ति 228 हो गई है। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं, जबकि सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को 4 निर्दलीय, 2 बहुजन समाज पार्टी और एक समाजवादी पार्टी विधायक का समर्थन हासिल है। इस तरह कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन है, जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक हैं। लेकिन कहा जा रहा है सिंधिया खेमे के करीब 20 विधायक अपने इस्तीफे दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी आसानी से जादुई आंकड़ा हासिल कर सरकार बनाने की स्थिति में आ सकती है। हालांकि, कांग्रेस बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगा रही है।