मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रक्षाबंधन के मौके पर महिलाओं को एक खास तोहफा दिया है। आज, लाड़ली बहना योजना की 27वीं किस्त जारी की गई है, जिसमें महिलाओं को कुल ₹1500 रुपये मिलेंगे। इसमें ₹1250 नियमित मासिक सहायता और ₹250 रक्षाबंधन उपहार राशि शामिल है।
खातों में ट्रांसफर हुए ₹1859 करोड़
मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक से कुल ₹1859 करोड़ की राशि 1.26 करोड़ महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की। यह आर्थिक मदद महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और पारिवारिक निर्णयों में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से दी जा रही है।
उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर के लिए भी सहायता
इसके अलावा, 28 लाख से अधिक महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर रिफिलिंग के लिए ₹43.90 करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई है। यह सहायता भी मुख्यमंत्री द्वारा एक क्लिक से प्रदान की गई।
योजना का उद्देश्य और अब तक की उपलब्धियां
इस योजना की शुरुआत 2023 में की गई थी। इसका मकसद महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना, उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना है। वर्ष 2025-26 में जुलाई तक ₹6198.88 करोड़ की राशि खर्च की जा चुकी है।
अपात्र महिलाओं की सूची
कुछ महिलाएं इस योजना के तहत अपात्र मानी गई हैं:
- जिनके या परिवार के किसी सदस्य की सरकारी नौकरी हो।
- जिनके परिवार में कोई आयकरदाता हो।
- जिनके परिवार के पास 5 एकड़ से अधिक जमीन या चारपहिया वाहन हो।
- जिनके परिवार में कोई पूर्व या वर्तमान सांसद, विधायक, या अन्य जनप्रतिनिधि हो।
- जो पहले से किसी अन्य सरकारी योजना से ₹1250 या अधिक की मासिक राशि पा रही हों।
ऐसे करें किस्त की स्थिति चेक
- आधिकारिक वेबसाइट https://cmladlibahna.mp.gov.in पर जाएं।
- “आवेदन एवं भुगतान की स्थिति” पर क्लिक करें।
- आवेदन नंबर या समग्र ID दर्ज करें।
- कैप्चा कोड भरें और सबमिट करें।
- मोबाइल पर आए OTP को दर्ज कर वेरिफाई करें।
- “सर्च” पर क्लिक करके अपनी भुगतान स्थिति देखें।
मुख्यमंत्री का रोड शो भी आज
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज नरसिंहगढ़ में रोड शो में भी भाग लेंगे। इससे पहले उन्होंने कई बार महिलाओं के उत्थान के लिए योजनाओं को प्राथमिकता देने की बात कही है।
निष्कर्ष
इस रक्षाबंधन पर सरकार की यह पहल महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने वाली है। इससे न केवल आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि महिलाओं का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। योजना से जुड़ी हर अपडेट के लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें।