उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ को देश की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिटी बनाने की तैयारी कर रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए राज्य को केंद्र सरकार से ₹10,732 करोड़ की मदद मिली है।
इसके तहत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके लखनऊ को स्मार्ट और हाईटेक बनाया जाएगा।
1. 10,732 करोड़ का बजट:
केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए उत्तर प्रदेश को 10,732 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी है।
2. हर सेक्टर में AI की एंट्री:
स्मार्ट ट्रैफिक, फसल मॉनिटरिंग, हेल्थ स्कैनिंग, डिजिटल शिक्षा और ई-गवर्नेंस जैसी सेवाएं अब AI से जुड़ेंगी।
3. युवाओं के लिए डिजिटल ट्रेनिंग:
हर महीने 1.5 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग दी जाएगी।
4. बड़ों कंपनियों से सर्टिफिकेशन:
Google, Microsoft, Meta जैसी कंपनियों से कोर्स और सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।
[Department of IT & Electronics, Government of Uttar Pradesh – AI Mission & Projects Information]
https://www.upite.gov.in/
5. ट्रैफिक होगा पूरी तरह से स्मार्ट:
AI बेस्ड कैमरे, सेंसर और सिग्नल से जाम कम होंगे और ट्रैफिक मैनेजमेंट बेहतर होगा।
6. जेलों में लगेगा ‘Jarvis’ सिस्टम:
प्रदेश की 70 से ज्यादा जेलों में AI आधारित निगरानी सिस्टम ‘Jarvis’ लगाया जा रहा है जो हर कैदी की हरकत पर नज़र रखेगा।
7. खेती भी बनेगी हाईटेक:
AI की मदद से फसल, मिट्टी और कीट की पहचान आसान होगी। किसानों को डिजिटल मंडियों का फायदा मिलेगा।
8. जमीन विवादों का स्मार्ट हल:
गांवों में सैटेलाइट मैपिंग से डिजिटल नक्शे तैयार किए जाएंगे, जिससे भूमि विवाद कम होंगे।
9. नगर निगम होंगे डिजिटल:
17 नगर निगमों में फेस डिटेक्शन, नंबर प्लेट रीडिंग और SOS अलर्ट सिस्टम जैसे AI फीचर्स जोड़े जा रहे हैं।
10. कैंसर की जांच भी होगी AI से:
फतेहपुर में देश का पहला AI आधारित ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर शुरू किया गया है।