खुद को एनजीओ संचालक बताया था आरोपी ने
भोपाल राजधानी के (MP Nagar Police station )एमपीनगर थाना इलाके में शातिर जालसाज द्वारा छात्रों के लाखों रूपए के कैमरे किराये पर लेकर आरोपी फरार हो जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है, जिसके चलते शातिर के फोटो वाट्स्एप और फेसबुक पर वायरल किए गए हैं।
पुलिस ने आरोपी के दिखने पर थाने में सूचना देने की अपील की है।
हालांकि ठग का फिलहाल कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस के मुताबिक मिनाल रेसीडेंसी निवासी 22 वर्षीय माधवी पिता गोपाल सिंह चौहान ने शिकायती आवेदन देते हुए बताया कि वह छात्रा है। उसने व उसके साथी अनुज सिंह, कामेंद्र, मोहित, गुड्डू राय व नीरज ने अपने-अपने कैमरे ओएलएक्स पर किराए से चलाने के लिए अपलोड कर रखे थे।
इसी बीच 8 अगस्त को उनके पास सतीश शर्मा नाम के व्यक्ति का फोन आया और उसने कैमरे किराए से मांगे।
उसने बताया कि वह होप फांउडेशन नाम से एनजीओ संचालित करता है। उसे एनजीओ के कार्यक्रम की शूटिंग करने के लिए कैमरे चाहिए। सभी उसकी बातों में आ गए और उसके दस्तावेज जमा कर उसे कैमरे दे दिए थे।
जब 11 अगस्त को वह कैमरे वापस देने नहीं आया तो सभी उसके ऑफिस पहुंचे, जहां ताला लगा हुआ था। इसके बाद उन्होंने उसे फोन लगाया, लेकिन उसका मोबाइल बंद था। सतीश शर्मा सभी छात्रों से करीब चार लाख कीमत के कैमरे लेकर फरार हो गया है। वहीं उसने जो दस्तावेज छात्रों को दिए थे, वह भी फर्जी पाए गए हैं। पुलिस ने सतीश शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकबी तलाश शुरू कर दी है।