Madhy Pradesh – गुरूवार शाम 5 बजे अटलजी के निधन की खबर आई। जिसके बाद चारों तरफ शोक की लहर दौड़ उठी।
अटलजी की तबीयत लंबे समय से खरब चल रहीं थीं। जिसके बाद कल उन्होंने दिल्ली के एम्स में अपने जीवन की आखिरी सांस ली। अटलजी 93 साल के थे। और लंबे समय से कई बीमारियों का शिकार थे। उनके निधन के बाद जहां दिल्ली समेत कई राज्यों के नेताओं ने इस बात का दुःख जताया। वहीं मध्यप्रदेश में भी शोक की इतनी ही लहर उठी हैं।
बता दे की गुरुवार को कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक रखी गई थी।
लेकिन अटलजी के निधन की खबर आते ही कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक को स्थगित कर दिया। और इस बात का शोक जताया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि अटल जी के निधन से एक युग का अंत हो गया। उन्होंने कहा कि वे एक ऐसे संवेदनशील महापुरूष थे, जिनकी स्वीकार्यता पूरे देश में थी।
वहीं दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अटलजी का जाना उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है।
इतना ही नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी उनके निधन पर दुःख जताते हुए कहां की भारतीय राजनीति के लिए गहरी क्षति है। वे सही मायने में जननेता थे। उन्होंने हमेशा राजधर्म का पालन किया। इसके आवला नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि अटलजी दलीय नहीं सर्वमान्य नेता थे।