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Bhopal news update- मध्य प्रदेश के लोग कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार हैं, यह जनता कर्फ्यू की सफलता के दौरान साफ नजर आया। वहीं, लोगों ने कोरोना से निपट रहे लोगों के प्रति आभार जताने के लिए ताली और थाली भी बजाई।

दुनिया में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस की देश में रोकथाम के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जनता कर्फ्यू का आहवान किया था। देश के अन्य हिस्सों की तरह मध्य प्रदेश में भी जनता कर्फ्यू का असर रहा। लोग घरों से नहीं निकले, शाम पांच बजते ही लोगों ने थाली और ताली बजाकर कोरोना की रोकथाम में लगे अमले के प्रति आभार जताया।

राज्य के लगभग हर हिस्से में शाम पांच बजते ही हर तरफ थाली, ताली, घंटी और शंख की ध्वनि गूंज रही थी। सभी यही संदेश दे रहे थे कि वे कोरोना का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री के आहवान को हर वर्ग और राजनीतिक दल का समर्थन मिला।

राज्यपाल लालजी टंडन ने कोरोना वायरस के वैश्विक संकट के समय अत्यावश्यक सेवाएं देने वाले लोगों के प्रति धन्यवाद आभार ज्ञापित किया। उन्होंने राजभवन के मुख्य द्वार पर शंख और घंटी बजाकर उनके प्रति आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर राज्यपाल से लेकर राजभवन के विभिन्न कर्मचारियों ने भी शंख, घंटा, झांझ, मंजीरा, घंटी, बिगुल, थाली और ताली बजाकर समवेत ध्वनि का संचार वातावरण में किया।

मप्र के लोग कोरोना से लड़ने के लिए हैं एकजुट

मध्य प्रदेश के लोग कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार हैं, यह जनता कर्फ्यू की सफलता के दौरान साफ नजर आया

कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से चर्चा कर उन्हें निर्देशित किया कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए प्रदेश में पर्याप्त सतर्कता रखी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में आवश्यकता अनुसार तब तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करते हुए पूर्ण शटडाउन रखा जाए, जब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आ जाती है।

उन्होंने आम जनता से भी आह्वान किया कि वे स्वेच्छा से अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद करके अपने घरों में रहें,

बदलनना है। शर्मा ने शाम पांच बजते ही शंख बजाकर कोरोना की रोकथाम में लगे लोगों के प्रति आभार जताया।

पूर्व मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए व्यक्ति से व्यक्ति के संपर्क को तोड़ना होगा। राज्य में कोरोना की स्थिति को लेकर वे लगातार अधिकारियों और कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ के संपर्क में हैं। आपदा राहत कोष से प्रदेश में साढ़े तीन सौ करोड़ का प्रावधान कोरोना से निपटने के लिए किया गया है।

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