मालेगांव ब्लास्ट: महबूब मुजावर का बड़ा दावा
- 2008 मालेगांव ब्लास्ट केस से जुड़े पूर्व ATS अधिकारी महबूब मुजावर ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं।
- उन्होंने कहा कि मुंबई ATS में तैनाती के दौरान उन्हें RSS प्रमुख मोहन भागवत को उठाने का टास्क दिया गया था।
परमबीर सिंह ने दिया था ‘स्पेशल टास्क’
- महबूब मुजावर के अनुसार, उस समय एडिशनल कमिश्नर परमबीर सिंह ने उन्हें बुलाया।
- उन्होंने सीक्रेट फंड से पैसा और रिवॉल्वर दी।
- पुलिसवालों की एक टीम चुनने का निर्देश दिया।
- योजना थी कि नागपुर से मोहन भागवत को उठाया जाए।
‘साजिश सफल होती तो RSS खत्म हो जाता’
मुजावर का कहना है कि यह बहुत बड़ी साजिश थी। अगर यह योजना पूरी होती, तो RSS का वजूद मिट सकता था। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह टास्क पूरा नहीं किया, और इसके लिए उन्हें सजा भी भुगतनी पड़ी।
मालेगांव ब्लास्ट और ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द
- 2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट में छह लोग मारे गए थे।
- इस केस की शुरुआती जांच ATS ने की थी। बाद में NIA ने जांच संभाली।
- इसी दौरान पहली बार ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द चर्चा में आया।
17 साल बाद सभी आरोपी बरी
- मालेगांव ब्लास्ट केस में 17 साल बाद NIA की स्पेशल कोर्ट ने सातों आरोपियों को बरी कर दिया।
- अदालत ने सबूतों के अभाव में यह फैसला सुनाया।
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