मैहर के गोरैया गांव में भारी बारिश के चलते कच्चा रास्ता पूरी तरह बह गया है। नतीजतन, गांव 20 दिन से टापू बन गया है। स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक बन चुकी है।
नाला बना इकलौता रास्ता
गांव से बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता अब एक बहता हुआ नाला है। बच्चे जान जोखिम में डालकर रोज इसे पार कर रहे हैं। वीडियो में बच्चे प्रधानमंत्री मोदी से कह रहे हैं – “मोदी जी रोड दो।”
दशकों से नहीं हुआ कोई समाधान
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह समस्या नई नहीं है। वर्षों से सड़क की मांग हो रही है लेकिन आज तक कोई स्थायी हल नहीं निकला। बीते वर्षों में इसी रास्ते पर तीन बच्चों की जान भी जा चुकी है।
यह भारत सरकार का सार्वजनिक शिकायत पोर्टल है, जहां नागरिक अपनी समस्याएं सीधे दर्ज कर सकते हैं- https://pgportal.gov.in/
बारिश का मतलब आफत
हर साल बारिश यहां के लिए डर बनकर आती है। न रास्ता, न पुल, न कोई वैकल्पिक व्यवस्था।
शिक्षा, स्वास्थ्य और दवाओं के लिए बाहर जाना नामुमकिन हो जाता है।
जिला पंचायत की पहल
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला पंचायत सदस्य जयंती तिवारी गांव पहुंचीं।
उन्होंने प्रशासन से तुरंत अस्थायी रास्ता तैयार करने की मांग की।