बीजेपी दलितों को गुमराह कर रही है
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण से पहले हर दल विपक्ष पर हमला बोलने की कोशिश कर रहा हैं। और इसी बीच एक बार फिर बसपा प्रमुख मायावती ने पीएम मोदी और भाजपा को अपने निशाने पर लिया हैं। बुधवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती ने पीएम मोदी और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मोदी सरकार को दलित विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी दलितों को गुमराह कर रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि बीजेपी के बहकावे में न आएं।
मायावती ने कहा कि मैं यूपी की चार बार मुख्यमंत्री रही हूं
लेकिन मेरी शानदार विरासत रही हैं। पीएम नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस वक्त मैं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थी। उनका शासनकाल भाजपा और देश की संप्रभुता पर एक काला धब्बा हैं। जबकि हमारी सरकार में उत्तर प्रदेश दंगों और अराजकता से मुक्त था। बीएसपी सरकार के समय यूपी की कानून और शासन व्यवस्था की लोग आज भी तारीप करते नहीं थकते, जबकि मोदी का गुजरात में ही नहीं पीएम के रूप में भी कार्यकाल नफरत, घृणा और अराजकता से भरा रहा हैं। वह पब्लिक ऑफिस होल्ड करने में विफल रहे हैं।
मायावती ने यह भी कहा कि विदेश से कालाधन न ला पाने के पीछे इनकी क्या राजनीति है
यह देश अच्छी तरह जानता हैं। मायावती ने पीएम मोदी के दलित की नहीं दौलत की बेटी के आरोप पर कहा कि यह उनका असली चेहरा दिखाता है जिनकी मानसिकता दलितों के प्रति घोर जातिवादी हैं। ये लोग सदियों से पीड़ित शोषित समाज को थोड़ा भी आगे बढ़ना नहीं देखना चाहते। आरक्षण का विरोध करते हैं, जिसमें बीजेपी नंबर एक पर हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने आगे कहा कि मोदी सिर्फ कागजों पर ही ईमानदार नजर आते हैं
ठीक ओबीसी के दावे की तरह। मोदी वास्तव में कुछ हैं और जनता के सामने कुछ और बनने की कोशिश करते हैं। इनका हिसाब-किताब कालीन के अंदर छिपा रहता हैं। मायावती ने कहा कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले पांच साल में बीएसपी को बदनाम करने की हर कोशिश की, लेकिन विफल रही क्योंकि उनका हिसाब खुली किताब की तरह हैं।