Monsooni Barish – राजधानी भोपाल में पिछले दो दिनों के भीतर बारिश ने भोपालवासियों को पूरी तरह से तर कर दिया।
पिछले दो दिनों से मानसून प्रदेश पर मेहरबान रहा। बता दे की राजधानी की 20 दिन की बारिश की जरूरत महज़ दो दिनों में हुई बारिश से पूरी हो गई। सोमवार सुबह से बुधवार सुबह तक 48 घंटे में 6.46 इंच बारिश हो चुकी है। सोमवार सुबह तक बारिश का आंकड़ा 23 फीसदी कम था। बुधवार को यह आंकड़ा घटकर 3 फीसदी रह गया। इतना ही नहीं बल्कि रायसेन, अशोकनगर, विदिशा, राजगढ़ भी काफी बारिश हुई। जिसके कारण सड़के पुरे तरह से डूब गई। साथ ही कई गांवों से संपर्क भी टूट गया।
बुधवार को सीहोर, विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर, राजगढ़ में तेज बारिश हुई। बेतवा नदी में उफान होने से कोड़ी और पग्नेश्वर पर विदिशा का रायसेन से संपर्क कट गया। अशोकनगर में राजघाट बांध के 16 गेट खोले गए, जिससे अशोकनगर का उत्तर प्रदेश से संपर्क कट गया। राजगढ़ में मोहनपुरा और कुंडालिया डैम के भी चार-चार गेट खाेले गए। सीहोर में कोलांस नदी में उफान आने से कुछ गांवों की फसलें डूब गईं।
पौने तीन फ़ीट तक बड़ा लेवल
राजधानी भोपाल सहित अस पास के इलाको में हुई बारिश ने बड़े तालाब के जल स्तर को भी बड़ा दिया। सोमवार को ये लेवल 1657.75 था। जबकि मंगलवार को ये बड़ कर 1659.75 फ़ीट पर पहुंच गया। इसके बाद बुधवार को ये लेवल बुधवार 1660.70 फ़ीट नापा गया। बता दे की फुल टैंक लेवल 1666.80 हैं। बड़े तालाब को फुल टैंक लेवल तक आने के लिए अभी 6.1 फीट पानी की आैर जरूरत हैं।
कमजोर पड़ गया सिस्टम, आज-कल हल्की बारिश
सागर के पास बना लो प्रेशर एरिया सिस्टम कमजोर पड़ गया है। अनुमान है कि भोपाल एवं आसपास के इलाकों में गुरुवार व शुक्रवार को तेज नहीं बल्कि हल्की बारिश होगी। पश्चिमी मप्र व उससे सटे क्षेत्रों में ही इन दो दिनों में तेज बारिश हो सकती है।