Bhopal News – मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का संकट खत्म हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोपहर 12 बजे प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया।
सीएम ने सिलसिलेवार अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और भाजपा पर काम न करने का आरोप लगाया। इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा था कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास नंबर नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसे और सत्ता के दम पर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है। दिग्विजय ने कहा कि यह मुख्यमंत्री पर निर्भर करता है कि वे इस्तीफा देते हैं या फ्लोर टेस्ट में जाते हैं।
हम राज्य की तस्वीर बदलना चाहते थे
कमलनाथ ने कहा कि 2018 में राज्य विधानसभा का परिणाम आया था।
परिणाम स्पष्ट था। हम राज्य की तस्वीर बदलना चाहते थे। मैं अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा विकास में भरोसा किया। हमने विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीतीं। बीजेपी को 15 साल मिले थे। आज तक मुझे केवल 15 महीने मिले। ढाई महीने लोकसभा चुनाव और आचार संहिता में गुजरे। इन 15 महीनों मे राज्य का हर नागरिक गवाह है कि मैंने राज्य के लिए जन हितैषी कार्य किया। लेकिन बीजेपी को ये काम रास नहीं आए और उसने हमारे खिलाफ निरंतर काम किया।
बीजेपी ने हमारे खिलाफ षडयंत्र किया
जब हमारी सरकार बनी थी तो बीजेपी के नेता कहते थे कि ये सरकार 15 दिन की सरकार है। पहले दिन से बीजेपी ने हमारे खिलाफ षडयंत्र शुरू किया। बीजेपी ने 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का काम किया। इसकी सच्चाई देश की जनता देख रही है। करोड़ों रुपये खर्च करके यह खेल खेला गया।
जनता के साथ विश्वासघात
राज्य की जनता के साथ विश्वासघात हुआ है। ये विश्वासाघात मध्य प्रदेश की जनता के साथ हुआ है। 15 महीनों में हमने किसानों के लिए काफी काम किया। हमने किसानों के कर्ज माफ करने के लिए कई कदम उठाए हैं। 15 महीने में हमने प्रदेश को माफिया मुक्त किराया। बीजेपी नहीं चाहती थी कि हम ऐसा करे। 15 साल के बीजेपी के कार्यकाल में क्या हुआ था यह हर नागरिक जानता है। 15 महीने हमने मिलावट मुक्त प्रदेश बनाने का काम किया।