बिहार में चुनावी माहौल के लिए विकास संबंधी परियोजनाओं की एक श्रृंखला को आगे बढ़ाने पर जोर देने के साथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रविवार को राज्य में पेट्रोलियम क्षेत्र से संबंधित तीन प्रमुख परियोजनाओं को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन परियोजनाओं का अनावरण करेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। परियोजनाओं में पारादीप-हल्दिया-दुगार्पुर पाइपलाइन परियोजना के तहत दुगार्पुर-बांका खंड और दो एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र शामिल हैं।
इंडियन ऑयल द्वारा निर्मित 193 किलोमीटर लंबा दुगार्पुर-बांका पाइपलाइन खंड, पारादीप-हल्दिया-दुगार्पुर पाइपलाइन परियोजना का हिस्सा है। इसके लिए प्रधानमंत्री ने पिछले साल 17 फरवरी को आधारशिला रखी थी। पाइपलाइन पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार से होकर गुजरती है।
दुगार्पुर-बांका खंड में पाइप लाइन बिछाने में कई प्राकृतिक और मानव निर्मित बाधाओं को पार करने की आवश्यकता थी। बताया गया है कि इसके लिए कुल 154 ह्यक्रॉसिंग को पाटा गया और जिसमें 13 नदियां, पांच राष्ट्रीय राजमार्ग और तीन रेलवे क्रॉसिंग शामिल हैं। बांका स्थित एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र से राज्य में एलपीजी की बढ़ती मांग को पूरा कर बिहार की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। यह बॉटलिंग संयंत्र बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिलों के साथ-साथ झारखंड के गोड्डा, देवघर, दुमका, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों की जरूरतों को पूरा करेगा। इस पर करीब 131.75 करोड़ रुपये का खर्च आया है। केंद्र का मानना है कि यह संयंत्र राज्य में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
इसके साथ ही पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि में एचपीसीएल के बॉटलिंग संयंत्र के निर्माण में 136.4 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह संयंत्र बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीवान, गोपालगंज और सीतामढ़ी जिलों की एलपीजी आवश्यकता को पूरा करेगा।