Lalu Family House: बिहार सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान समय में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी को नया सरकारी आवास आवंटित किया गया है, जिसके चलते अब उन्हें 10 सर्कुलर रोड वाला सरकारी बंगला छोड़कर हार्डिंग रोड स्थित पूल आवास नंबर-39 में जाना होगा। दरअसल भवन निर्माण विभाग के द्वारा मंगलवार को यह आदेश जारी किया गया, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि उन्हें अपना पुराना सरकारी आवास खाली करना होगा।
बता दें कि सरकार के इस फैसले से राबड़ी देवी की बेटी और RJD नेता रोहिणी आचार्य बेहद नाराज हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि वे घर से निकाल सकते हैं, लेकिन बिहार की जनता के दिल से नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार सरकार लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार का अपमान कर रही है।

रोहिणी ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
- इस मामले को लेकर रोहिणी ने जब से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उसके बाद से ही सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई। कई यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करते हुए लिखा कि 2005 से 2025 तक एक ही बंगले में रहना ही काफी है, क्योंकि यह सरकारी संपत्ति है, परिवार की नहीं।
- कुछ ने कहा कि पद के हिसाब से आवंटन होना सामान्य प्रक्रिया है, इसमें अपमान जैसा कुछ नहीं है।
- वहीं कई लोगों ने इसे सहानुभूति बटोरने का प्रयास भी बताया है।
पद के अनुसार आवास
बिहार सरकार के नियमों के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री को अलग कोटे का बंगला मिलता है, लेकिन वहीं जब कोई नया पद संभाला जाता है, तो उस पद के अनुसार आवास बदलना भी अनिवार्य है।
ऐसे में अब राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष के कोटे का मकान में रहना होगा। वहीं उनका पुराना बंगला किसी अन्य पूर्व मुख्यमंत्री को आवंटित किया जाएगा।
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