इस बार रक्षाबंधन को लेकर खास स्थिति बन रही है। सावन पूर्णिमा 8 अगस्त को दोपहर 2:13 बजे शुरू होगी और 9 अगस्त को दोपहर 1:25 बजे तक रहेगी। इसलिए बहनों को दो दिन तक राखी बांधने का अवसर मिलेगा।
भद्रा का स्वर्ग में वास
रक्षाबंधन पर भद्रा दोष नहीं होगा क्योंकि भद्रा का वास स्वर्ग लोक में रहेगा। इसीलिए धरती पर इसका कोई अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसी वजह से 8 अगस्त को भी राखी बांधना शुभ माना जा रहा है।
दोनों दिन क्यों मनाया जा सकता है रक्षाबंधन
8 अगस्त को दोपहर 2:13 बजे के बाद से पूर्णिमा तिथि लग रही है और उसी समय से रक्षाबंधन भी मनाया जा सकता है। वहीं, 9 अगस्त को उदया तिथि मानी जाएगी, जो त्योहारों के लिए अधिक मान्य मानी जाती है।
इसलिए दोनों ही दिन रक्षाबंधन मनाया जाना उचित होगा।
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ज्योतिषीय गणना और पंचांग की राय
पंचांगों के अनुसार 9 अगस्त को रक्षाबंधन मनाना अधिक शुभ रहेगा क्योंकि उस दिन उदया तिथि है। साथ ही सुबह में सौभाग्य योग और आयुष्मान योग भी बन रहे हैं।
हालांकि 8 अगस्त को भी आयुष्मान योग और भद्रा के स्वर्ग में होने से राखी बांधना दोष रहित माना गया है।
राहुकाल और शुभ समय
9 अगस्त को राहुकाल सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। इस समय को छोड़कर दोपहर 1:53 बजे तक राखी बांधने का शुभ समय रहेगा। दूसरी तरफ, 8 अगस्त को दोपहर 2:13 बजे के बाद भी आप रक्षाबंधन मना सकते हैं, विशेषकर उन बहनों के लिए जो दूरी के कारण 9 अगस्त को नहीं पहुंच सकतीं।
निष्कर्ष
इस बार रक्षाबंधन पर अद्भुत संयोग बन रहा है। भद्रा का असर धरती पर नहीं होने से 8 और 9 अगस्त दोनों दिन राखी बांधना शुभ रहेगा। भाई-बहन अपने सुविधा अनुसार किसी भी दिन त्योहार मना सकते हैं।