बिहार विधानसभा की 243 सीटों के रुझान व नतीजे जैसे-जैसे सामने आ रहे हैं, दिल्ली में बिहार की आहट साफ देखी जा रही है।
भाजपा मुख्यालय में जहां एक तरफ जश्न की तैयारियां शुरू हो रही हैं तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेस के मुख्यालय में सन्नटा पसरा हुआ है। हाल ये हो गया है कि कांग्रेस मुख्यालय के मैदान में सिर्फ बंदर और उल्टी कुर्सियां नजर आ रही हैं।
सुबह शुरू हुए रुझानों के वक्त कांग्रेस मुख्यालय में प्रवक्ताओं द्वारा मीडिया चैनलों को जीत के दावे किए जा रहे थे। लेकिन शाम होते होते कांग्रेस प्रवक्ता नदारद हो चुके हैं। वहीं मीडिया भी धीरे-धीरे गायब होती नजर आ रही है। मौजूदा स्थिति की बात करें तो मुख्यालय में सिर्फ आम कर्मचारी ही उपस्थित हैं, जिन्हें चुनावी नतीजों से कोई मतलब नहीं है।
हालांकि हरियाणा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस नेत्री कुमारी शैलजा ने जरूर मीडिया से बात की और खुशी जाहिर की, वहीं उन्होंने बिहार चुनाव पर कहा, नतीजे आने में अभी समय है, इंतजार करिए। अक्सर कांग्रेस मुख्यालय में खासतौर पर चुनावों के वक्त बड़े प्रवक्ता नजर आया करते थे, लेकिन इस बार कांग्रेस का एक भी बड़ा नेता शाम तक कांग्रेस मुख्यालय में नहीं आया है। हालांकि यह भी कहा जा सकता है कि कोरोना के चलते नेता कांग्रेस मुख्यालय आने से बच रहे हैं।
बिहार में इस बार तीन चरणों में मतदान कराए गए।
पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों के लिए मतदान हुआ, दूसरे चरण में तीन नवंबर को 94 सीटों के लिए और तीसरे चरण में सात नवंबर को 78 सीटों के लिए मतदान हुआ। बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए मैजिक नंबर 122 है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। हालांकि शाम तक जो नतीजे आ रहे हैं, उसमें एनडीए को बढ़त मिलती नजर आ रही है।