“Nandini Rajbhar” सुभाषपा महिला मंच की प्रदेश महासचिव नंदिनी राजभर की खलीलाबाद के डीघा मोहल्ला में हत्या की घटना ने समाज को चौंका दिया। इस (unfortunate) दुर्भाग्यपूर्ण घटना में नंदिनी राजभर को धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया गया। इसके (the resulting) परिणामस्वरूप, लोगों में आक्रोश और उत्तेजना का माहौल बना। पुलिस की कार्रवाई को लेकर लोगों में आक्रोश और विरोध की भावना उमड़ी। यहाँ तक कि पुलिस के शव उठाने की कोशिश पर भी लोगों में आक्रोश का बख़ूबी इजहार किया गया। ग्रामीणों और समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। इसके (the resulting) परिणामस्वरूप, रात के समय लोगों ने आश्वासन पर विश्वास करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस घटना के चलते कोतवाली को आईजी कार्यालय बस्ती से संबंधित कर दिया गया है। पुलिस द्वारा घटना की पूरी जांच के लिए एएसपी बस्ती निर्देशित किया गया है। आईजी आरके भारद्वाज ने अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही इस घटना से जुड़े भूमि विवाद की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया है।
नंदिनी राजभर की मृत्यु को भूमि विवाद के संदर्भ में देखा जा रहा है। 29 फरवरी को उनके ससुर का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था। एक मार्च को नंदिनी ने डीघा के लोगों के साथ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कुछ लोगों पर हमला किया और शव फेंकने का आरोप लगाया था। पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जबकि दूसरे आरोपी अब भी भाग रहे हैं। नंदिनी के पति अच्छेलाल ने भूमि विवाद में हत्या होने का आरोप लगाया है।