क्रिकेट से परे: धोनी का दूसरा चेहरा – बाइक्स, आर्मी और खेती
महेंद्र सिंह धोनी का नाम आते ही ज़हन में वर्ल्ड कप का ऐतिहासिक छक्का, उनका हेलिकॉप्टर शॉट और ‘कैप्टन कूल’ की छवि सामने आती है।
हालांकि, क्रिकेट के मैदान से बाहर भी धोनी की एक और दिलचस्प दुनिया है।
वहीं, यही दूसरा चेहरा उन्हें सिर्फ़ सुपरस्टार नहीं, बल्कि रियल हीरो भी बनाता है।
आइए जानते हैं, बाइक्स, आर्मी और खेती से जुड़े धोनी के असली शौक और जुनून के बारे में।
दिल से बाइकर – बाइक के धुरंधर धोनी
धोनी का बाइक्स के लिए प्यार किसी से छुपा नहीं है। दूसरी ओर, उनके गैराज में 50 से भी ज़्यादा सुपरबाइक्स और विंटेज बाइक्स हैं।
यामाहा RD350, हार्ले डेविडसन, डुकाटी से लेकर कावासाकी निंजा H2 तक, उनका कलेक्शन किसी म्यूज़ियम से कम नहीं।
इसके अलावा, धोनी रांची स्थित अपने फार्महाउस में इन बाइक्स को खुद मेंटेन भी करते हैं।
खाली समय में वो खुद इन्हें साफ करते हैं और राइडिंग का मज़ा लेते हैं।
आखिर, धोनी के लिए बाइक सिर्फ़ एक शौक नहीं, बल्कि लाइमलाइट से दूर सुकून पाने का तरीका है।

सेना के लिए सम्मान – लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी
इतना ही नहीं, धोनी का भारतीय सेना के प्रति सम्मान भी शानदार है। साल 2011 में उन्हें टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली।
हालांकि, धोनी ने इसे सिर्फ़ नाम तक सीमित नहीं रखा।
वहीं, 2019 में जब दुनिया उनके संन्यास पर चर्चा कर रही थी, उस समय धोनी कश्मीर घाटी में सेना की यूनिट के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे।
उन्होंने गार्ड ड्यूटी, पेट्रोलिंग और जवानों के साथ ट्रेनिंग एक्टिविटी में भी हिस्सा लिया।
धोनी मानते हैं कि सेना ने उन्हें अनुशासन और असली टीमवर्क सिखाया।
इसलिए, क्रिकेट के बाद भी सेना उनके दिल के बेहद करीब है।

खेती और ऑर्गेनिक फार्मिंग – मिट्टी से जुड़े धोनी
इसके अलावा, धोनी की तीसरी पहचान है – किसान धोनी।
उन्होंने अपने रांची फार्महाउस पर ऑर्गेनिक खेती शुरू की है।
यहां गेहूं, चावल, स्ट्रॉबेरी, सब्ज़ियां और कई फल उगाए जाते हैं।
साथ ही, धोनी मधुमक्खी पालन (बी कीपिंग) भी करते हैं।
उनका मानना है कि असली ताकत अपनी मिट्टी से जुड़े रहने में है।
इसलिए, इंटरनेशनल स्टार होते हुए भी वो खेती को अपनी असली पहचान मानते हैं।
इतनी ही नहीं, उन्होंने अपने फार्म से सीधे लोकल मार्केट तक प्रोड्यूस पहुंचाया, जिससे आसपास के किसानों को भी फायदा हुआ।

आखिर क्यों धोनी हैं रियल हीरो?
धोनी ने मैदान पर भारत को वर्ल्ड कप दिलाया, लेकिन मैदान के बाहर भी वो उतने ही बड़े हीरो हैं।
दूसरी ओर, उनका पैशन, देशभक्ति और जमीन से जुड़ाव दिखाता है कि वे सिर्फ़ क्रिकेटर नहीं, बल्कि इंसानियत और सादगी की मिसाल भी हैं।
इसलिए, धोनी की ये बातें उन्हें करोड़ों फैंस के दिल से और भी जोड़ देती हैं।
निष्कर्ष
आखिर, धोनी ने साबित किया कि असली सफलता सिर्फ़ ट्रॉफी में नहीं, बल्कि अपने पैशन, मिट्टी और जिम्मेदारियों से जुड़े रहने में है।
वहीं, यही बातें उन्हें क्रिकेट के सुपरस्टार से कहीं ज़्यादा – एक रियल हीरो बनाती हैं।