Triple Talak Case – संसद का मॉनसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हुआ था। इस सत्र में ही सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।
जहा मोदी सरकार को इस अविश्वास प्रस्ताव में बड़ी जीत हासिल हुई थीं। देखते ही देखते आज इस संसद के मॉनसून सत्र का आज आखिरी दिन आ गया हैं। और इस आखिरी दिन को काफी महत्वपूर्ण दिन माना जा रहा हैं। दरअसल गुरुवार को कैबिनेट ने तीन तलाक बिल पर राजनीतिक गतिरोध खत्म करने के लिए विवादित बिल में अहम संशोधनों को मंज़ूरी दे दी। जिसके बाद आज केंद्र सरकार राज्यसभा में अति महत्वपूर्ण तीन तलाक बिल को पेश कर सकती है। वहीं इस से पहले गुरुवार को मोदी कैबिनेट ने इस बिल में संशोधन किए हैं, जिसके बाद अब ये बिल पास होने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस समेत अन्य दलों ने इस बिल में कई तरह की कमियां बताई थीं, जिसके कारण काफी समय से ये बिल अटका पड़ा था।
वहीं दूसरी तरफ अगर देखा जाए तो गुरुवार को ही राज्यसभा में उपसभापति के चुनाव हुए हैं, इस चुनाव में एनडीए के हरिवंश सिंह ने बड़ी जीत हासिल की है।
यही कारण है कि एनडीए की स्थिति अभी मजबूत नज़र आ रही है। ऐसे में केंद्र सरकार चाहेगी कि सत्र का अंत होते हुए वह तीन तलाक जैसे महत्वपूर्ण बिल को पास करवा पाए। बता दें कि नए बिल में तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) के मामले को गैर जमानती अपराध तो माना गया है लेकिन संशोधन के हिसाब से अब मजिस्ट्रेट को जमानत देने का अधिकार होगा।
साथ ही विधेयक में एक और संशोधन किया गया है जिसमें पीड़ित के रिश्तेदार जिससे उसका खून का रिश्ता हो भी शिकायत दर्ज कर सकता है। बता दें कि पिछले सत्र में राज्यसभा में इस विधेयक पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोक-झोंक देखने को मिली थी। जब विपक्ष की तरफ से विधेयक को त्रुटिपूर्ण बताते हुए प्रवर समिति में भेजने की मांग की गई थी।