लखनऊ के लोकभवन में सोमवार 25 अगस्त के दिन विशेष कार्यक्रम में वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ा ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा अब शुभांशु शुक्ला के नाम पर एक नई स्कॉलरशिप योजना शुरू की जाएगी, ताकि छात्र अंतरिक्ष विज्ञान की तरफ अपना भविष्य अच्छे से बना सके।
योगी सरकार की इस घोषणा को अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा के रूप में देखा जा सकता है।
पूरे देश का बढ़ाया मान-सम्मान
सीएम योगी ने कहा कि शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि ने न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश का मान-सम्मान बढ़ाया है। चार दशक बाद किसी भारतीय को अंतरिक्ष यात्रा करने का मौका मिला। सबसे बढ़ी सौभाग्य की बात यह है कि लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े शुभांशु शुक्ला को यह बेहतरीन अवरस प्राप्त हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह पल हर भारतीय के लिए गर्व का पहल है, जो आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी है।
विश्वविद्यालय में पहले नहीं था स्पेस साइंस का विषय
योगी आदित्यनाथ ने भी जानकारी दी की कुछ सालों पहले तक उत्तर प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय या संस्थान में स्पेस साइंस या टेक्नोलॉजी से जुड़ा कोई पाठ्यक्रम नहीं मौजूद था, लेकिन अब राज्य सरकार ने इस दिशा में एक ठोस कदम उठाए हैं और आने वाले समय में स्कॉलरशिप योजना के जरिए युवाओं को और नए अवसर दिए जाएंगे। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आगे बढ़ने में काफी हद तक मदद करेगी।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भविष्य में जब दुनिया अंतरिक्ष और इसरो की बात करेगी तो उसमें यूपी के युवाओं के बारे में बात होगी। क्योंकि शुभांशु शुक्ला का यह सफर नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और यूपी के युवाओं के लिए भी अहम भूमिका का रूल मॉडल है।
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