प्रतापगढ़: एक माँ के इलाज की मजबूरी ने जब पत्नी की बेरुखी से टकराई, तो निकला गोली का वार! उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक ऐसी ही दर्दनाक घटना ने सोमवार को सभी को स्तब्ध कर दिया, जहाँ 30 वर्षीय विकास यादव ने अपनी ही जान लेने की कोशिश की।
क्या हुआ था?
रविवार शाम की बात है। छतौना गाँव के विकास ने अपनी पत्नी रेनू से माँ के इलाज के लिए 3000 रुपये माँगे। लेकिन पत्नी ने सिर्फ 1000 रुपये दिए और बाकी के लिए पड़ोस से उधार लेने चली गई। जैसे ही वह दरवाजे से बाहर निकली, भीतर से गोली की आवाज़ गूँजी!
गोली चली… पर किस्मत ने दिया साथ
विकास ने अपने सिर पर गोली चलाई, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। गोली सिर को छूकर निकल गई। घर में खून देखकर पत्नी और पड़ोसियों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुँचाया। अब वह वाराणसी के ट्रामा सेंटर में जानलेवा हालत में भर्ती है।
पुलिस ने बरामद किया तमंचा
घटना के बाद पुलिस ने मौके से एक तमंचा बरामद किया। सवाल यह है कि आखिर विकास के पास हथियार कहाँ से आया? पुलिस इसकी जाँच कर रही है।
चौंकाने वाला खुलासा!
जाँच में पता चला कि विकास पहले भी कानून से पाला पड़ चुका है। वह दुष्कर्म और हत्या के मामले में 9 साल जेल में रह चुका है और दिसंबर 2023 में ही जमानत पर छूटा था। स्थानीय लोग बताते हैं कि वह नशे का आदी था और अक्सर पैसों के लिए झगड़ा करता था।
क्या कहता है कानून?
पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन तहकीकात जारी है। सीओ मनोज रघुवंशी ने बताया कि मामले में तस्करा दर्ज किया जा रहा है।
समाज के लिए सवाल
यह घटना न सिर्फ पारिवारिक तनाव, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और हथियारों की आसान उपलब्धता पर भी सवाल खड़े करती है। क्या एक माँ का इलाज न हो पाने की टीस किसी को इस कदर बेबस कर सकती है? क्या पति-पत्नी के बीच संवाद की कमी इतनी घातक हो सकती है?