विक्रम सोलर लिमिटेड, भारत की सबसे बड़ी सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माता कंपनियों में से एक, अगला बड़ा IPO लेकर आ रही है।
यह IPO 19 अगस्त 2025 से 21 अगस्त 2025 तक खुलेगा। कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड ₹315 से ₹332 प्रति शेयर तय किया है।
और एक लॉट में कम से कम 45 शेयर खरीदने होंगे, यानी न्यूनतम निवेश ₹14,175 के करीब होगा।
कंपनी इस IPO के जरिए कुल ₹2,079.37 करोड़ जुटाएगी, जिसमें से ₹1500 करोड़ फ्रेश इश्यू (नई शेयर जारी) और ₹579.37 करोड़ मौजूदा निवेशक शेयर बेचेंगे।
यह IPO NSE और BSE दोनों पर लिस्ट होगा, जिसकी tentative लिस्टिंग तारीख 26 अगस्त 2025 है।
ग्रे मार्केट में विक्रम सोलर IPO का हाल
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) IPO से पहले स्थिर रूप से बढ़ रहा है।
हाल ही में GMP ₹60 के करीब था।
जिससे अनुमान है कि इस IPO को बाजार में अच्छी प्रतिक्रिया मिल सकती है।
हालांकि, यह एक संकेत मात्र है और निवेश से पहले जानकारों की सलाह लेना जरूरी है।
विक्रम सोलर के बारे में और वित्तीय जानकारी
कंपनी की स्थापना 2005 में हुई थी और इसका मुख्यालय पश्चिम बंगाल व तमिलनाडु में स्थित है।
विक्रम सोलर के पास 3.50 GW की उत्पादन क्षमता है।
और यह भारत के लगभग 23 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी सेवाएं देती है।
वित्तीय दृष्टिकोण से, मार्च 2025 तक कंपनी की कुल आय ₹3,459 करोड़ है।
और इसका शुद्ध लाभ ₹139.83 करोड़ रहा। कंपनी सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में और उच्च गुणवत्ता के उत्पादों के लिए जानी जाती है।
निवेशकों के लिए सुझाव
- IPO में निवेश से पहले पूरी जानकारी और वित्तीय रिपोर्ट अवश्य देखें।
- IPO की मांग और ग्रे मार्केट प्रीमियम को समझें पर भरोसेमंद सलाह जरूर लें।
- लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बनाएं क्योंकि ऊर्जा क्षेत्र में वृद्धि की अच्छी संभावना है।
निष्कर्ष
सोलर ऊर्जा के बढ़ते महत्व और भारत की हरित ऊर्जा लक्ष्यों के चलते विक्रम सोलर IPO 2025 में निवेशकों की रुचि बढ़ रही है।
₹2,079 करोड़ के इस IPO के जरिए कंपनी अपने उत्पादन क्षमता विस्तार और परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाएगी।
अगर आप सस्टेनेबल एनर्जी सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं तो विक्रम सोलर IPO एक सुनहरा अवसर हो सकता है।
यह भी पढ़ें: Google का Web Browser बिकने की कगार पर, स्टार्टअप Perplexity AI ने दिया ऑफर