महिला एथलीट्स को जेंडर टेस्ट कराना होगा
वरना वर्ल्ड चैंपियनशिप में नहीं खेल सकेंगी
वर्ल्ड एथलेटिक्स ने SRY जीन टेस्ट लॉन्च किया
- महिला एथलीट्स को अब जीवन में एक बार जेंडर टेस्ट कराना जरूरी हो गया है।
- इसके लिए बुधवार को वर्ल्ड एथलेटिक्स काउंसिल ने SRY जीन टेस्ट लागू किया है।
- जो खिलाड़ी इस टेस्ट से नहीं गुजरेगी, वह वर्ल्ड रैंकिंग प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले सकेगी।
यह कानून बीते सालों में जेंडर चेंज कराके महिला बनकर कॉम्पिटिशन में
उतरने वाली खिलाड़ियों को रोकने के लिए बनाया गया है।
- ये नियम 1 सितंबर 2025 से लागू होगा। 13 सितंबर से टोक्यो में होने जा रही
- वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिला एथलीट्स इस टेस्ट को पास किए बिना भाग नहीं ले सकेंगी।
- वर्ल्ड एथलेटिक्स के अनुसार, यह टेस्ट लाइफ में एक बार ही कराना होगा।
- गाल से स्वैब या ब्लड सैंपल के जरिए टेस्ट होगा, जिससे खिलाड़ी के जेंडर की पहचान होगी।
महिला एथलीट्स को जेंडर टेस्ट कराना होगा – KHABER AAJ KI
https://pbs.twimg.com/media/GxG3y1kWEAArBKf?format=jpg&name=small
एक साल पहले पेरिस ओलिंपिक के दौरान बॉक्सिंग में भी जेंडर विवाद हुआ था।
तब अल्जीरिया की मुक्केबाज इमान खलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगे थे।
उनकी प्रतिद्वंद्वी ने यह कहकर मुकाबला छोड़ दिया था कि मुझे पुरुषों से भिड़ा दिया गया है।
SRY टेस्ट जीवन में कितनी बार कराना होगा?
केवल एक बार। यदि Y क्रोमोसोम नहीं है, तो एथलीट
महिला वर्ग में सभी वर्ल्ड रैंकिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकेगी।
टेस्ट का परिणाम आने में कितना समय लगता है?
सैंपल देने के बाद 1 से 2 सप्ताह लग सकते हैं।
SRY टेस्ट कितना सटीक है?
यह टेस्ट बहुत सटीक और वैज्ञानिक रूप से विश्वसनीय है,
खासकर जब सही प्रयोगशाला तकनीक इस्तेमाल की जाए।
क्या टेस्ट के दौरान एथलीट कम्पीट कर सकते है?
नहीं। महिला वर्ग में भाग लेने की पात्रता 1 सितंबर 2025 तक पूरी करनी होगी।
अगर SRY टेस्ट पॉजिटिव हो तो?
- इसका मतलब हो सकता है कि एथलीट XY क्रोमोसोम वाला ट्रांसजेंडर या DSD स्थिति वाला व्यक्ति है।
- पुष्टि के लिए और जांच की जाएगी। केवल CAIS स्थिति होने पर ही महिला वर्ग में भाग लेने की अनुमति मिल सकती है।
अगर कोई महिला एथलीट SRY टेस्ट न करवाए तो?
वह वर्ल्ड रैंकिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पाएगी।
हालांकि गैर-रैंकिंग या अन्य श्रेणियों में खेल सकेगी।
ALSO READ THIS
NISAR Satellite Launch: पृथ्वी का ‘MRI स्कैनर’ है NISAR, प्राकृतिक आपदाओं का पहले से देगा अलर्ट