मुम्बई – पुलवामा हमले के बाद जहां एक तरफ भारतीय प्रशंसक क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तानी टीम का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। वहीं आईसीसी के लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा। विश्व कप में सबसे ज्यादा मांग इसी मैच की है। यह बात इससे साबित होती है कि भारत-पाक मैच के टिकटों के लिए आईसीसी के पास 4 लाख से ज्यादा अर्जियां आई हैं जबकि स्टेडियम में सिर्फ 25 हजार लोग ही बैठ सकते हैं।
आईसीसी को सबसे ज्यादा राजस्व भारत-पाक मैचों से ही मिलता है।
इसके अलावा विश्व कप में यह मैच सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र होता है। ऐसे में आईसीसी की परेशानी बढ़ती जा रही है। आईसीसी किसी भी प्रकार बीसीसीआई जैसे ताकतवर बोर्ड से टकराना नहीं चाहेगा। दूसरी ओर उसके ऊपर नियमों का पालन कराने की भी जिम्मेदारी है। इन हालातों में आईसीसी इंतजार करो और देखो नीति के आधार पर ही चलेगा।