RSSDI द्वारा एक नई रिपोर्ट, ‘Yoga and Prevention of Type 2 Diabetes’, तैयार की गई है। यह रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा को प्रस्तुत की गई है।
इसमें खुलासा हुआ है कि नियमित योग अभ्यास से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 40% तक कम हो सकता है।
उन लोगों में जो पहले से जोखिम में हैं। जैसे कि मोटापा, खराब जीवनशैली या पारिवारिक इतिहास वाले व्यक्ति।
यह रिपोर्ट दिखाता है कि योग केवल बीमारी ठीक करने के लिए ही नहीं, बल्कि रोकथाम के लिए भी उपयोगी है।
रिपोर्ट कहती है कि योग से इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार, बल्ड शुगर और तनाव कम होता है। जो सभी डायबिटीज के जोखिम घटाने में मददगार हैं।
डायबिटीज कम करने के लिए 5 आसान योगासन
विपरीत करणी (legs up the wall)
कैसे करें: पीठ के बल लेटकर पैरों को दीवार पर 90° पर रखकर आराम करें, 5-15 मिनट तक स्थिर रहें।
फायदा: इससे तनाव घटता है, रक्त संचार सुधरता है और पेंक्रियाज सक्रिय होता है, जिससे बल्ड शुगर नियंत्रित होती है।
वृद्धा मुख श्वानाशन (Downward-Facing Dog)
कैसे करें: हाथ और पैरों के सहारे शरीर को उल्टे V आकार में उठाएं और 5–10 गहरी सांसें लें।
फायदा: इसमें रक्त संचार बढ़ता है, मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं और इंसुलिन सेंसिटिविटी सुधारती है।
पास्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana – Seated Forward Bend)
कैसे करें: जमीन पर बैठकर दोनों पैरों को आगे फैलाएं और धीरे से आगे झुकें, 5–10 साँसें लें।
फायदा: यह मांसपेशियों को तनावमुक्त करता है, पाचन में मदद करता है, ब्लड शुगर नियंत्रित करता है।
धनुरासन (Dhanurasana – Bow Pose)
कैसे करें: पेट के बल लेटकर घुटनों और हाथों को पकड़कर शरीर को ऊपर उठाएं, 5–10 सेकंड तक होल्ड करे।
फायदा: यह शरीर की कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है।
पाचन अंगों को सक्रिय करता है और बल्ड शुगरसंतुलन में मदद करता है।
बालासन (Balasana – Child’s Pose)
कैसे करें: घुटनों के बल बैठकर माथा जमीन से लगाकर आगे झुकें, हाथ सामने फैलाएँ और 1–2 मिनट तक रहें।
फायदा; यह तनाव कम करता है, मांसपेशियों को आराम देता है, और पाचन व शर्करा नियंत्रण में सहायक है।
योग कैसे काम करता है?
इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाता है: नियमित योग से मांसपेशियाँ अधिक ग्लूकोज़ करती हैं, जिससे बल्ड शुगरकम होती है।
तनाव कम करता है: योग से कॉर्टिसोल स्तर घटता है, और तनाव-जनित ब्लड शुगर में कमी आती है।
वजन नियंत्रण में मददगार: योग से वजन नियंत्रित रहता है, जो डायबिटीज जोखिम घटाने के लिए महत्वपूर्ण है।
सुझाव
- नियमित अभ्यास: हर दिन कम से कम 30 मिनट पांच आसनों को सरल क्रम में अपनाएँ।
- धीरे शुरू करें: शुरुआत में एक-दो आसनों से शुरुआत करें, धीरे-धीरे समय व संख्या बढ़ाएँ।
- स्वास्थ्य मॉनिटरिंग: ब्लड शुगर व अन्य जीवन चिह्नों (BP, वजन) पर नियमित नज़र रखें।
- चिकित्सकीय सलाह: यदि किसी स्वास्थ्य परिस्थिति जैसे उच्च BP, हृदय रोग, या प्रेगनेंसी हो, तो पहले चिकित्सक से परामर्श ज़रूरी है।
- योग को अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करके न सिर्फ भौतिक शक्ति और मानसिक शांति का अनुभव करें। बल्कि टाइप 2 डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से बचाव का हर संभव प्रयास भी करें।
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