कोलम्बो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में सबकी सांसें उस वक्त थम गयीं जब एक रोमांचक मुकाबले में फाइनल मैच में भारत ने बांग्लादेश को 4 विकेट से पराजित कर दिया। जीत के नायक रहे दिनेश कार्तिक जिन्होंने अंतिम गेंद में 6 रन बनाकर इतिहास रच दिया। त्रिकोणीय टी-20 सीरीज निदाहास ट्रोफी के फाइनल मैच में 167 रनों के लक्ष्य का पीछा करते उतरी भारतीय टीम ने 19 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 156 रन बना लिए थे। अंतिम ओवर में 5 गेंदों तक कुल 6 रन ही बन सके और विजय शंकर चलते बने। इस तरह जीत के लिए चाहिए थे 5 रन और दिनेश कार्तिक क्रीज पर थे। कार्तिक ने अंतिम गेंद पर उठाकर मारा और बॉल 6 रन के लिए चली गई। बांग्लादेश 4 विकेट से हार गया।
इसी पहले 166 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने पहले दो ओवरों में 24 रन बनाते हुए जोरदार शुरुआत की, लेकिन 32 रन के टीम स्कोर पर दो अहम विकेट गिर जाने के बाद भारत मुश्किल में आ गया। शिखर धवन जहां 10 रन बनाकर शाकिब की बॉल पर चलते बने, वहीं सुरेश रैना बिना खाता खोले रुबेल की बॉल पर विकेट के पीछे मुशफिकुर रहीम के हाथों लपके गए।
इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा और लोकेश राहुल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की। खतरनाक होती इस जोड़ी को रुबेल हुसैन ने तोड़ा। उन्होंने लोकेश राहुल को 24 रनों के निजी स्कोर पर सब्बीर के हाथों कैच कराया। राहुल ने 14 गेंदों में 2 चौके और 1 छक्का लगाया। इस दौरान उन्होंने 35 गेंदों में टी-20 करियर की 14वीं फिफ्टी पूरी की। टीम इंडिया 100 रनों के करीब थी तभी नजमुल इस्लाम को बड़ी हिट लगाने के चक्कर में कप्तान रोहित महमूदुल्लाह के हाथों कैच आउट हो गए। उन्होंने 56 रनों की पारी में 42 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्के लगाए।
मैच का 18वां ओवर सबसे अहम रहा। मुस्तफिजुर रहमान के इस ओवर में सिर्फ 1 रन बना, वही भी लेग बाई। इस ओवर में मनीष पांडे बड़ी हिट लगाने के चक्कर में सब्बीर के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 27 गेंदों में 3 चौके की मदद से 28 रनों की पारी खेली। जब वह आउट हुए तो लग रहा था भारत दबाव में आ जाएगा, लेकिन दिनेश कार्तिक ने आते ही तूफानी बैटिंग शुरू कर दी। उन्होंने रुबेल द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 2 चौके और 2 छक्के की मदद से 22 रन जुटाकर मैच में रोमांच भर दिया। अब अंतिम ओवरों में भारत को जीत के लिए चाहिए थे 11 रन।
इससे पहले बांग्लादेश ने सब्बीर रहमान (77) की हाफ सेंचुरी की बदौलत भारत के खिलाफ 8 विकेट के नुकसान पर 166 रन बनाए। एक वक्त लग रहा था कि बांग्लादेश 120 रन के आस-पास रहेगा, लेकिन सब्बीर ने बेजोड़ पारी खेलकर उसे मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया। उनके अलावा कोई भी बांग्लादेशी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। भारत के लिए युजवेंद्र चहल ने 3 विकेट झटके, जबकि जयदेव उनादकत को 2 और सुंदर को 1 विकेट मिला।
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी बांग्लादेश टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। उसे पहला झटका लिटन दास के रूप में लगा। उन्हें वॉशिंगटन सुंदर ने 11 रन के निजी स्कोर पर सुरेश रैना के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद चहल ने तमीम इकबाल (15) और सौम्य सरकार (1) को क्रमश: शार्दुल ठाकुर और शिखर धवन के हाथों लपकवाकर बांग्लदेश को बैकफुट पर ला दिया। उसका तीसरा विकेट 33 रन के टीम स्कोर पर गिरा।
बांग्लादेश की टीम संभलती इससे पहले ही चहल ने जोरदार फॉर्म में चल रहे विकेट विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम (9) को चलता कर दिया। चहल ने मुशफिकुर को 68 रनों के टीम स्कोर पर विजय शंकर के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद सब्बीर और महमूदुल्लाह ने 5वें वकेट के लिए 36 रन जोड़ते हुए बांग्लादेश का स्कोर 100 रनों के पार पहुंचा दिया। श्री लंका के खिलाफ जीत के हीरो रहे महमूदुल्लाह (16 गेंदों में 21 रन) सब्बीर से हुई गफलत की वजह से रन आउट हुए। हालांकि, सब्बीर दूसरे छोर पर लगातार अच्छे शॉट्स लगाना जारी रखा। उन्होंने सिर्फ 37 गेंदों में टी-20 इंटरनैशनल करियर की चौथी हाफ सेंचुरी पूरी की। इस दौरान कप्तान शाकिब (7) एक तेज रन चुराने के चक्कर में रन आउट हुए।
इसके कुछ ही देर बाद 18वें ओवर में सब्बीर रहमान (77) को जयदेव उनादकत ने बोल्ड करते हुए भारत को बड़ी सफलता दिला दी। उन्होंने 50 गेंदों में 7 चौके और 4 छक्के लगाए। इसी ओवर में जयदेव ने रुबेल हुसैन (0) को भी बोल्ड किया। आखिरी ओवर में शार्दुल ठाकुर को मेहदी हसन ने 18 रन बनाते हुए बांग्लादेश को 166 रनों पर पहुंचाया।