सावरकर जयंती के मौके पर हिन्दू महासभा ने सावरकर को भारत रत्न देने की मांग उठाते हुए कहा कि सरकार की उनके प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि यही होगी कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए।
उन्होंने यह मांग भी की कि सरकार भारतीय करंसी से महात्मा गांधी की तस्वीर हटाकर सावरकर की तस्वीर लगाए। हिन्दू महासभा के नेताओं ने कहा कि वीर सावरकर द्वारा की गई राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा को झुठलाया नहीं जा सकता।
इससे पहले सावरकर जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने भी विनायक दामोदर सावरकर को याद किया।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि सावरकर ने बहुत से लोगों को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित किया। उन्हीं की प्रेरणा से सैकड़ों लोगों ने खुद को देश की स्वतंत्रता के लिए लगा दिया। पीएम ने कहा, ‘वीर सावरकर एक मजबूत भारत के लिए साहस, देशभक्ति और असीम प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।’
वहीं सावरकर को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है।
एक ओर जहां राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने पाठ्यक्रम में बदलाव करते हुए सावरकर को देशभक्त नहीं बल्कि अंग्रेजों से माफी मांगने वाला बताया है, वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि देश के बंटवारे का बीज हिंदू महासभा के नेता वीर सावरकर ने बोया था और टू-नेशन थिअरी सिद्धांत को आगे बढ़ाने का काम जिन्ना ने किया।