दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक ऑस्ट्रेलिया के कैप्टन स्टीव स्मिथ कई बार ऐसी गलतियां कर जाते हैं, जो मैदान पर उनके शानदार प्रदर्शन पर भारी पड़ जाती हैं। इस बल्लेबाज की तुलना अकसर दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर सर डॉन ब्रैडमेन से की जाती है। लेकिन साउथ अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ के आरोपों ने उनकी छवि इतनी खराब कर दी कि उनसे ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी छीन ली गई है। लेग स्पिनर के रूप में टीम में जगह बनाने वाले स्मिथ ने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज में पर्थ में तीसरे टेस्ट में करियर की सर्वश्रेष्ठ 239 रन की पारी खेली। उन्होंने 2017 में 1000 टेस्ट रन भी पूरे किए और लगातार चौथे साल यह कारनामा कर दिखाया। निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने वाले स्मिथ पहली बार ऐसे मामले में नहीं फंसे हैं। भारत दौरे पर भी स्मिथ विवाद में पड़े थे, जब बेंगलुरु में डीआरएस लेने से पहले उन्होंने अपने खिलाड़ियों की तरफ गैलरी में देखा था। नियमों के तहत डीआरएस लेते समय खिलाड़ी मैदान से बाहर नहीं देख सकता। मार्च में भारत के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट के दौरान आउट करार दिए जाने के बाद डीआरएस लेने की कोशिश में स्मिथ ड्रेसिंग रूम की तरफ इशारा करते हुए नजर आए थे।
स्मिथ ने बाद में इस घटना को ब्रेन फेड (असमंजस) कहा था। इस घटना के बाद कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की आलोचना करते हुए लगभग उन्हें बईमान तक कह दिया था और कहा था कि अब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उनके दोस्त नहीं रहे। हालांकि स्मिथ ने कुछ महीने बाद इन आरोपों को बेबुनियाद और बकवास करार दिया था। साल 2016 में क्राइस्टचर्च टेस्ट में अंपायर के फैसले पर असंतोष जताने पर स्मिथ को जुर्माना भरना पड़ा था। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के दौरान जोश हेजलवुड ने अंपायर के फैसले पर असंतोष जताया, जिसका खामियाजा उन्हें मैच फीस के जुर्माने के तौर पर भुगतना पड़ा। स्मिथ को भी जुर्माना भरना पड़ा था, क्योंकि वह भी अंपायर मार्टिनेज के साथ बहस करते दिखे थे। टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज स्मिथ की बल्लेबाजी पर कप्तानी के दबाव का असर नहीं हुआ है और वह लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन उनके साथ जुड़े विवाद फैन्स को भी नहीं पसंद आते हैं। स्मिथ 2015 में माइकल क्लार्क की जगह कप्तान बने, तब वह सिर्फ 26 साल के थे।