इम्फाल – मणिपुर में बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा नीत सरकार तीन विधायकों के इस्तीफे के
बाद अल्पमत में आ गई है। बताया जाता है कि छह अन्य विधायकों ने समर्थन वापसी की घोषणा
कर दी है।
समर्थन वापसी की घोषणा करने वालों में नेशनल पीपुल्स पार्टी के चार विधायक जिनमें से तीन
मंत्री हैं तृणमूल कांग्रेस के एकमात्र विधायक तथा एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद मणिपुर की सरकार अल्पमत में आ गई है और उसके गिरना
तय हो गया है।
2017 में विधानसभा चुनाव के समय सदस्य विधान सभा में कांग्रेस 28 विधायकों के साथ सबसे
बड़ी पार्टी बनी थी किंतु भाजपा ने 21 विधायकों के साथ सरकार बनाने में सफलता हासिल कर
ली। उस वक्त राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने आश्चर्यजनक रूप से भाजपा को सरकार बनाने का
आमंत्रण दिया और नागा पीपुल्स फ्रंट, नेशनल पीपुल्स पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी और तृणमूल
कांग्रेस तथा निर्दलीय के सहयोग से भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रही। अब सभी सहयोगी
दलों ने भाजपा से समर्थन वापसी की घोषणा कर दी है। उधर भाजपा के तीन विधायक भी इस्तीफा
दे चुके हैं। ऐसी स्थिति में सदन में