सीरिया में कथित रासायनिक हथियार वाले इलाकों को निशाना बनाकर सैन्य हमले करने के कुछ ही घंटे बाद अमेरिका, फ्रांस एवं ब्रिटेन ने सीरिया में हुए रसायनिक हमलों की जांच के लिए रविवार को संयुक्त राष्ट्र में नई मुहिम शुरू की। अमेरिका और उसके दोनों सहयोगी देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक संयुक्त मसौदा प्रस्ताव जारी किया। इसमें निर्बाध मानवीय सहायता उपलब्ध कराने, युद्ध विराम लागू करने का आह्वान करते हुए संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में शांति वार्ताओं में सीरिया के शामिल होने की मांग की गई है।
यह मसौदा प्रस्ताव दोषियों की पहचान के उद्देश्य से सीरिया में रासायनिक हमलों के आरोपों के संबंध में स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करेगा। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जांच के प्रस्ताव को बेअसर करने के लिये नवंबर में रूस तीन बार अपने वीटो का इस्तेमाल कर चुका है।
जांच में यह पता चला था कि पिछले साल अप्रैल में सीरियाई बलों ने खान शेखून पर हमलों में नर्व एजेंट सरीन के इस्तेमाल किया था। इसमें रासायनिक शस्त्र निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) को यह निर्देश दिया गया है कि वह 30 दिन के अंदर यह रिपोर्ट दे कि सीरिया ने अपने रासायनिक हथियार के जखीरे को पूरी तरह से खुलासा किया है या नहीं। अमेरिकी दूत निक्की हेली ने कहा कि अमेरिका आश्वस्त है कि सीरिया पर हुए सैन्य हमलों ने उसके रासायनिक हथियार कार्यक्रमों को नुकसान पहुंचाया।