विमान की आपातकालीन क्रैश लैंडिंग के दौरान विमान में आग लगी
रूस की राजधानी मॉस्को में एयरोफ्लोट के एक यात्री विमान की आपातकालीन क्रैश लैंडिंग के दौरान विमान में आग लग गई।
हादसे में दो बच्चों सहित कम-से-कम 41 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि विमान में चालक दल के पांच लोगों के अलावा 78 यात्री सवार थे। दुर्घटना की जांच कर रही टीम की एक प्रवक्ता स्वेतलाना पेट्रेन्को ने कहा कि 78 लोगों में से 37 लोगों को ही सुरक्षित बाहर निकाला जा सका है। इसका मतलब है कि हादसे में 41 लोगों की मौत हुई है।
हालांकि, दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चला है।
इन्वेस्टिगेशन कमेटी ने कहा कि उसने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि क्या पायलट ने सेफ्टी रूल्स का उल्लंघन किया है। अधिकारियों ने बताया कि विमान दो साल पुराना था।
विमान से निकाले गए लोगों का कहना है कि हादसा इतना भयानक था कि उन्हें लगा था कि कोई जीवित नहीं बचा होगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव में हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से संवेदना जताई है। इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। साथ ही स्टेट टीवी ने एक अन्य यात्री के द्वारा बनाए गए मोबाइल फुटेज को दिखाया, जिसमें यात्रियों को चीखते हुए देखा जा सकता है।
सुखोई सुपरजेट 100 विमान शिकार हुआ
सुखोई सुपरजेट 100 विमान ने मॉस्को के सबसे व्यस्त हवाईअड्डे शेरमेतियोवो पर इमरजेंसी लैंडिंग की। इस दौरान विमान के पिछले हिस्से में आग लग गई। हालात पर काबू पाने के लिए लैडिंग के तुरंत बाद बचावकर्मियों की टीम मौके पर पहुंच गई। एसयू 1492 विमान में सवार कई यात्रियों को हार्ड लैंडिंग के बाद प्लेन के इमरजेंसी स्लाइड्स से निकाला गया।
रूसी एरोफ्लोट सुखोई सुपरजैट विमान ने हवाई अड्डे से आर्कटिक शहर मरमांस्क के लिए उड़ान भरी थी।
उड़ान भरते ही इसमें धुआं उठने लगा। विमान की चालक दल ने तुरंत एटीसी को सूचना दी। विमानों की उड़ान पर नजर रखने वाली फ्लाइटरडार24 ट्रैकिंग सर्विस ने कहा कि उड़ान भरने के 30 मिनट बाद इमरजेंसी लैंडिंग करने से पहले विमान ने दो बार मॉस्को का चक्कर लगाया था। इमरजेंसी लैंडिंग इतनी हार्ड थी कि जमीन से टकराने के बाद विमान का काफी मलबा उसके इंजन में चले गए और विमान में आग लग गई।