एक अनोखा डेब्यू जो दिल को छू जाए बॉलीवुड के सुपरस्टार आमिर खान अपनी हर फिल्म में कुछ नया लेकर आते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने जो किया, वो वाकई खास है। उनकी अगली फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ में उनकी 91 वर्षीय मां जीनत हुसैन खान अपना एक्टिंग डेब्यू करने जा रही हैं। यह खबर आमिर खान ने खुद मीडिया से हुई बातचीत में साझा की, जिससे फैन्स के बीच उत्साह की लहर दौड़ गई है। ‘सितारे जमीन पर’ में होंगी आमिर खान की मां आमिर ने बताया कि उनकी मां इस फिल्म से अचानक जुड़ीं. उनका कोई प्लान नहीं…
Author: bhavna singh
होम्बाले फिल्म्स की अगली बड़ी चाल होम्बाले फिल्म्स, जिसने ‘KGF’, ‘कांतारा’ और ‘सालार’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों से इंडस्ट्री में अपना दबदबा बनाया है, अब बॉलीवुड के सुपरस्टार ऋतिक रोशन के साथ एक नई फिल्म की योजना बना रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार डायरेक्शन की कमान पृथ्वीराज सुकुमारन के हाथों में हो सकती है।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि वाल्मीक थापर का जन्म 1952 में नई दिल्ली में हुआ था। उनके पिता, रोमेश थापर, एक प्रसिद्ध पत्रकार और राजनीतिक टिप्पणीकार थे, जबकि उनकी चाची, रोमिला थापर, एक प्रतिष्ठित इतिहासकार हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से मानवशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। थापर का विवाह थिएटर कलाकार संजना कपूर से हुआ, और उनके पुत्र का नाम हमीर है।
1.EPFO 3.0 का नया नियम EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation)1 जून 2025 से ईपीएफओ 3.0 लॉन्च हो जाएगा जिसके बाद डेटा अपडेट, जीएफ की निकासी और क्लेम प्रक्रिया और और आसान हो जाएगी। EPFO के मेंबर्स UPI और Paytm के माध्यम से पैसे निकाले जा सकेंगे।
भारत की ऐतिहासिक छलांग: वैश्विक आर्थिक मंच पर चौथा स्थान भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए जापान को पीछे छोड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान प्राप्त कर लिया है। अब भारत से आगे केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी हैं। नीति आयोग के सीईओ बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम के अनुसार, यह उपलब्धि भारत के अनुकूल भू-राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों के चलते संभव हुई है।
CBFC ने दी मंजूरी, लेकिन करना पड़ा ये बड़े बदलाव सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी स्टारर ‘धड़क 2’ को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने ‘U/A’ सर्टिफिकेट दे दिया है। लेकिन इसके साथ ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कई महत्वपूर्ण कट्स करने के निर्देश भी दिए हैं। CBFC ने फिल्म में कुल 11 बदलाव करने को कहा है। इनमें से कुछ डायलॉग्स को हटाया गया है, तो कुछ शब्दों को म्यूट करने की सलाह दी गई है। वहीं फिल्म के कुछ सीन्स की लंबाई में भी कटौती की गई है। फिल्म का रन टाइम अब 128 मिनट है।
पृष्ठभूमि: कुवैत में नागरिकता रद्द करने की लहर कुवैत सरकार ने हाल ही में एक कठोर कदम उठाते हुए लगभग 42,000 लोगों की नागरिकता रद्द कर दी है, जिनमें से लगभग 26,000 महिलाएं हैं। यह कदम उन लोगों के खिलाफ उठाया गया है, जिन्होंने कथित रूप से धोखाधड़ी से नागरिकता प्राप्त की थी या दोहरी नागरिकता रखी थी, जो कुवैती कानून के तहत प्रतिबंधित है।
हनुमान गढ़ी मंदिर में सादगी और श्रद्धा के साथ पहुंचे विराट-अनुष्का 25 मई 2025 को विराट और अनुष्का अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने पावन हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। पारंपरिक वेशभूषा में दोनों बेहद श्रद्धाभाव से मंदिर पहुंचे और भगवान हनुमान के चरणों में सिर झुकाया। मंदिर में दर्शन के दौरान की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी संजय दास जी महाराज ने कहा, ‘विराट कोहली और अनुष्का शर्मा को आध्यात्म, संस्कृति, ईश्वर और सनातन धर्म से गहरा लगाव है। उन्होंने भगवान रामलला के दर्शन किए और फिर भगवान…
हमले के बाद दुख की लहर, पर बयान ने भड़काया गुस्सा 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई महिलाएं अपने पतियों को खो बैठीं। देश इस हादसे से उबर भी नहीं पाया था कि हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का बयान सामने आया, जिसने शोक को गुस्से में बदल दिया।
आतंक का संरक्षक – पाकिस्तान पर सीधा प्रहार बनर्जी ने पाकिस्तान को आतंक का पालक करार देते हुए कहा कि ये देश आतंकवाद को बढ़ावा देकर पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान पागल कुत्तों की तरह आतंकियों को पाल रहा है और उन्हें हमारे देश में छोड़ रहा है।” यह बयान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें हमारे सुरक्षाबलों को एक बार फिर पाक प्रायोजित आतंक का सामना करना पड़ा।
क्या कहा डोनाल्ड ट्रंप ने? ”यह और भी ज्यादा होगा। यह सिर्फ Apple तक सीमित नहीं रहेगा, इसमें Samsung और वह कोई भी कंपनी शामिल होगी जो ऐसा उत्पाद बनाती है। वरना यह न्यायसंगत नहीं होगा… जब वे (कंपनियां) यहां प्लांट बनाती हैं, तो उन पर कोई टैरिफ नहीं लगता। लेकिन मेरी (Apple CEO टिम कुक) के साथ यह समझ थी कि वे ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वे भारत में प्लांट बनाने जा रहे हैं, और मैंने कहा कि भारत जाना ठीक है, लेकिन अगर आप अमेरिका में इसे बेचना चाहते हैं, तो बिना टैरिफ के नहीं बेच…
पाचन शक्ति को मजबूत करता है अचार में डाले जाने वाले मसाले जैसे हींग, सौंफ, मेथी और हल्दी पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। ये पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से पचता है। फायदा: गैस और कब्ज की समस्या में राहत भूख बढ़ाने में सहायक
एक नज़ारा जो धरती जैसा लगता है – लेकिन हकीकत कुछ और है! जब पहली बार इस तस्वीर को देखा जाए, तो ऐसा महसूस होता है जैसे ये अमेरिका के दक्षिण-पश्चिम हिस्से की किसी पहाड़ी से लिया गया हो। लेकिन जो पहाड़ नज़र आ रहे हैं, वो असल में एक विशाल गड्ढे का किनारा हैं – मंगल ग्रह पर बना गेल क्रेटर। इस अद्भुत दृश्य को NASA के क्यूरियोसिटी रोवर ने इस साल फरवरी में रिकॉर्ड किया। यह रोवर अभी गेल क्रेटर के अंदर स्थित तीन मील ऊंचे माउंट शार्प की ढलानों से होकर गुज़र रहा है, जिसे अरबों साल…
सुबह की शुरुआत भी अब स्मार्ट हो गई है Smart Alarm & Sleep Tracking Apps: जैसे Sleep Cycle और Google Nest Hub, आपकी नींद की क्वालिटी को ट्रैक करके आपको सही समय पर उठाते हैं ताकि आप फ्रेश महसूस करें। AI Weather Assistant: AI-powered apps जैसे ClimaCell या AccuWeather न सिर्फ मौसम बताते हैं, बल्कि यह भी सजेस्ट करते हैं कि आपको क्या पहनना चाहिए।
अमेरिकी राजनीति में शिक्षा एक बार फिर सुर्खियों में है। ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को विदेशी छात्रों को नामांकित करने की अनुमति रद्द कर दी है। इस अप्रत्याशित फैसले से न केवल अमेरिका की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी को झटका लगा है, बल्कि वहां पढ़ रहे हज़ारों अंतरराष्ट्रीय छात्रों के भविष्य पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। क्या है मामला? डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने यह दावा किया है कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने अमेरिकी सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया है। आरोपों के मुताबिक यूनिवर्सिटी ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से संपर्क रखा, यहूदियों के खिलाफ असुरक्षित माहौल बनने दिया और…
डिजिटल दुनिया की डिजिटल पीढ़ी Gen Z – यानी वे युवा जो 1997 से 2012 के बीच जन्मे हैं – आज की सबसे तेजी से उभरती पीढ़ी है। ये तकनीक में माहिर हैं, सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं, फ्रीलांसिंग और स्टार्टअप की दुनिया में कदम रख चुके हैं। लेकिन इस चमकते डिजिटल युग में क्या उन्हें अपने पैसों को सही तरीके से समझने और संभालने की शिक्षा मिली है? यही सवाल हमें ले आता है एक बेहद जरूरी विषय पर – फाइनेंशियल लिटरेसी (वित्तीय साक्षरता)। फाइनेंशियल लिटरेसी क्या है और क्यों जरूरी है? वित्तीय साक्षरता का अर्थ है पैसों के…
रिवीजन है असली हथियार – नया मत पढ़िए! अब नया पढ़ने की बजाय उसी पर ध्यान दें जो आप पहले पढ़ चुके हैं। अपने बनाए हुए नोट्स, शॉर्ट ट्रिक्स और महत्वपूर्ण बिंदुओं को दोहराएं। विशेष रूप से NCERT बुक्स, आधुनिक इतिहास, भूगोल और पर्यावरण जैसे विषयों की बार-बार रिवीजन करें। View Post मॉक टेस्ट और पिछले वर्ष के पेपर हल करें अभी से हर दिन एक फुल-लेंथ मॉक टेस्ट लगाएं। इससे न केवल आपकी स्पीड और टाइम मैनेजमेंट सुधरेगा, बल्कि आपकी गलतियों का भी पता चलेगा। पिछले 5 वर्षों के प्रश्न पत्र हल करना भी अत्यंत लाभकारी होता है, क्योंकि…
गर्मियों का मौसम शरीर से पसीने के ज़रिए पानी और मिनरल्स की भारी कमी कर देता है। ऐसे में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद ज़रूरी होता है। सिर्फ़ पानी ही नहीं, कुछ खास ड्रिंक्स भी शरीर को ठंडक, ऊर्जा और ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स दे सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे देसी और हेल्दी समर ड्रिंक्स के बारे में जो न सिर्फ़ स्वाद में बेहतरीन हैं बल्कि सेहत के लिए भी फ़ायदेमंद हैं। नींबू पानी (Lemon Water) – विटामिन C और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर नींबू पानी एक क्लासिक समर ड्रिंक है जिसे हर घर में आसानी से बनाया जा सकता है।…
आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स ने जब ऑस्ट्रेलियाई युवा ऑलराउंडर मिचेल ओवेन को मैदान पर उतारा, तो फैंस के बीच एक नया उत्साह देखा गया। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में उतरने वाले ओवेन ने घरेलू और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उससे उनकी काबिलियत पर कोई सवाल नहीं उठता। ग्लेन मैक्सवेल के चोटिल होने के बाद पंजाब किंग्स ने ओवेन को उनकी जगह टीम में शामिल किया था, और यह फैसला अब ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकता है। मिचेल ओवेन कौन हैं? 23 वर्षीय मिचेल ओवेन ऑस्ट्रेलिया के एक उभरते हुए क्रिकेटर हैं…
‘हेरा फेरी’… नाम सुनते ही जो चेहरा सबसे पहले आंखों के सामने आता है, वो है लुंगी पहने, सोडा की बोतल पकड़े, चश्मा लगाए वो शख्स — बाबूराव गणपतराव आप्टे। परेश रावल द्वारा निभाया गया ये किरदार किसी भी कॉमिक रोल से कहीं आगे निकल गया है। लेकिन अब जो खबर सामने आई है, उसने फैंस की हंसी को एक पल में रोक दिया है। परेश रावल ने आधिकारिक तौर पर ‘हेरा फेरी 3’ से खुद को अलग कर लिया है।*और इससे भी बड़ी बात — उन्होंने उन तमाम अफवाहों पर भी सफाई दे दी है जो उनके और डायरेक्टर…
हर सफल इंसान की जिंदगी में एक चीज कॉमन होती है – एक शानदार सुबह की शुरुआत। सुबह की सही रूटीन ना सिर्फ आपके दिन को बेहतर बनाती है, बल्कि आपको पूरे दिन फोकस्ड और प्रोडक्टिव बनाए रखती है। आइए जानते हैं कुछ आसान लेकिन असरदार हैक्स के साथ एक परफेक्ट मॉर्निंग रूटीन कैसे बनाएं जल्दी उठिए – लेकिन मजबूरी में नहीं, मस्ती में हैक: रात को सोने से पहले अगली सुबह के लिए एक्साइटिंग टास्क सोचिए। इससे सुबह उठना आसान लगेगा। सुबह जल्दी उठना आपको एक माइंडफुल स्टार्ट देता है। कोशिश करें कि आप सूरज निकलने से पहले उठें,…
क्या छोटा शहर बड़े सपने देख सकता है? इन तीन महिलाओं ने सिर्फ सपना नहीं देखा, बल्कि अपने जुनून से उसे हकीकत बना दिखाया। आइए जानें उन कहानियों को जो आज प्रेरणा का पर्याय बन चुकी हैं। कल्पना सरोज: झुग्गियों से करोड़ों तक का सफर जन्मस्थान: रोपरखेड़ा, अकोला, महाराष्ट्रपद: चेयरपर्सन, कमानी ट्यूब्ससम्मान: पद्म श्री (2013) कल्पना सरोज का जीवन संघर्षों से भरा रहा। एक दलित परिवार में जन्मी, उन्होंने 12 वर्ष की आयु में विवाह किया और घरेलू हिंसा का सामना किया। समाज से बहिष्कृत होने के बाद, उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन फिर से जीवन की ओर रुख…
गर्मियों की छुट्टियाँ सिर्फ स्कूलों के बच्चों के लिए ही नहीं होतीं, ये हर किसी के लिए एक ब्रेक का मौका होती हैं — एक मौका खुद को फिर से जोड़ने का, प्रकृति से नज़दीकी बढ़ाने का और थकान भरी ज़िंदगी से राहत पाने का। और जब बात गर्मियों की छुट्टियों की आती है, तो भारत के पास बेहतरीन विकल्पों की भरमार है। चलिए आपको ले चलते हैं भारत की कुछ सर्वश्रेष्ठ समर वेकेशन डेस्टिनेशन्स पर, जो ठंडक, ताज़गी और एडवेंचर से भरपूर हैं। मनाली (हिमाचल प्रदेश) क्यों जाएं: बर्फ से ढके पहाड़, बहती ब्यास नदी और सुंदर नज़ारेक्या करें:…
हर कोई खूबसूरत, घने और चमकदार बाल चाहता है। लेकिन आजकल की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी, तनाव, गलत खानपान और प्रदूषण ने हमारे बालों की सेहत पर सीधा असर डाला है। बाल झड़ना, डैंड्रफ, रूखापन या ग्रोथ रुक जाना आम समस्या बन गई है। ऐसे में ज़रूरत है एक ऐसे हेयर केयर रूटीन की जो दिखावे का नहीं, बल्कि असली असर देने वाला हो। जानिए अपने बालों का प्रकार (Know Your Hair Type) सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि आपके बाल किस टाइप के हैं: ऑयली स्कैल्प: जल्दी चिपचिपे हो जाते हैं। ड्राय स्कैल्प: स्कैल्प पर खुजली या डैंड्रफ रहता…
पाकिस्तान एक बार फिर कर्ज में डूबा हुआ है। इसके बावजूद इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने उसे 1 बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज दे दिया है। यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में तनाव काफी बढ़ गया था। इसी मुद्दे को लेकर अब अमेरिका में भी सवाल उठने लगे हैं।
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद दो इंजीनियरों की मौत का मामला सामने आया है, जिससे ‘डॉ.’ अनुष्का तिवारी चर्चा में आ गई हैं। जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे उनके झूठ एक-एक कर सामने आ रहे हैं। अब खुलासा हुआ है कि उनके पास MBBS की डिग्री तक नहीं है, इसके बावजूद वे खुद को डर्मेटोलॉजिस्ट बताकर हेयर ट्रांसप्लांट जैसी जटिल सर्जरी कर रही थीं।
हम अक्सर स्वाद के लिए अलग-अलग चीजें एक साथ खा लेते हैं—दूध के साथ फल, दही के साथ अचार या चाय के साथ नमकीन। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये कॉम्बिनेशन आपके शरीर में ज़हर की तरह असर कर सकते हैं? आयुर्वेद के अनुसार, कुछ फूड कॉम्बिनेशंस हमारे पाचन तंत्र पर भारी असर डालते हैं और लंबे समय में बीमारियों का कारण बन सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कॉमन लेकिन खतरनाक फूड कॉम्बिनेशंस के बारे में, जिन्हें आयुर्वेद में साफ-साफ मना किया गया है।
हिमाचल प्रदेश की ठंडी वादियों में बसा एक छोटा-सा गांव है — हिंसा, जो लाहौल घाटी के जनजातीय क्षेत्र में स्थित है। देखने में यह गांव जितना शांत, सरल और सौम्य लगता है, इसकी मिट्टी उतनी ही गरमजोशी से भरी हुई है — देशभक्ति की गर्माहट से। यहां का हर रास्ता, हर घर, हर दीवार एक ही संदेश देती है — “देश पहले है।” जहां बचपन वर्दी का सपना देखता है इस गांव की सबसे अनोखी बात यह है कि यहाँ के बच्चे खेलकूद के मैदान में भी वर्दी की कल्पना करते हैं। स्कूली स्तर से ही उनमें अनुशासन, समर्पण और…
“सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल उठाना, रात को नींद से पहले आखिरी चीज़ मोबाइल स्क्रीन देखना” — अगर ये आपकी भी दिनचर्या है, तो यह खबर आपके लिए है। आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी का हिस्सा नहीं, बल्कि जरूरत बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये आदत कब लत बन गई? और ये लत हमारे दिमाग, शरीर और रिश्तों पर क्या असर डाल रही है? डिजिटल थकान का सच: कुछ चौंकाने वाले आंकड़े औसतन एक भारतीय हर दिन लगभग 7 घंटे स्क्रीन के सामने बिताता है, जिसमें ज्यादातर समय मोबाइल फोन का होता…