Bihar Assembly Election Update: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां अब तेज हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, चुनाव की पूरी प्रक्रिया 22 नवंबर से पहले समाप्त कर दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने बिहार की जनता से अपील की है कि मतदान लोकतंत्र का महापर्व है और जैसे हम त्योहारों को उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाते हैं, वैसे ही चुनाव भी हर मतदाता के साथ अपनी भागीदारी दर्ज करनी चाहिए।
मतदाताओं के लिए बूथ प्रबंधन
CEC के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बिहार में मतदाता सूची के शुद्धिकरण का कार्य किया गया है। इस प्रक्रिया में 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) ने सक्रिय भूमिका निभाई है। मिली जानकारी के मुताबिक, आयोग ने यह निर्णय लिया है कि अब किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता पंजीकृत नहीं होंगे। साथ ही, मतदान केंद्रों के बाहर मोबाइल फोन रखने की उचित व्यवस्था होगी।
#WATCH | Patna, Bihar: Chief Election Commissioner (CEC) Gyanesh Kumar says, "Bihar has 243 assembly constituencies – 2 for STs and 38 for SCs. The term of the Bihar Legislative Assembly ends on November 22, 2025, and elections will be held before that time… The Election… pic.twitter.com/GcMeHEXbK5
— ANI (@ANI) October 5, 2025
मतदान प्रक्रिया के लिए नए कदम
बता दें कि चुनाव आयोग ने बिहार में चुनाव को लेकर इस बार कई बड़े बदलाव किए हैं। हर मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी, ताकि मतदान प्रक्रिया की रियल-टाइम निगरानी हो सके। आयोग ने यह भी कहा कि मतदान केंद्र अब 100 मीटर की दूरी पर स्थापित किए जा सकेंगे, जिससे मतदाताओं को सुविधा और भीड़-भाड़ से काफी हद तक राहत मिल सके।
इसके अलावा, चुनाव में EVM और बैलेट पेपर में भी सुधार हुए हैं। अब बैलेट पेपर पर प्रत्याशियों की फोटो रंगीन (कलरफुल) होगी और सीरियल नंबर का फ़ॉन्ट बड़ा और स्पष्ट होगा। इससे मतदाताओं को पहचान में आसानी होगी और मतदान अधिक पारदर्शी बनेगा।
17 नए इनिशिएटिव्स होंगे लागू
इस बार बिहार चुनाव में कुल 17 नए इनिशिएटिव्स लागू की जाएगी, जिसमें पोस्टल बैलेट की गिनती EVM के दो राउंड शुरू होने से पहले ही होगी। इससे नतीजों की घोषणा और भी पारदर्शी और तेज हो सकेगी।
इसके अलावा, डिजिटल इंडेक्स कार्ड भी चुनाव खत्म होने के कुछ ही दिनों में सभी मतदाताओं को उपलब्ध हो जाएंगे। BLO अपने स्तर पर मतदाता सूची की जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि ERO और जिला अधिकारी इसके उच्च स्तर की निगरानी होगी।
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