मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की परंपरागत लोकसभा सीट से इस बार उनके पुत्र नकुल नाथ चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।
उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतारने के लिए भाजपा ने मनमोहन शाह बट्टी पर दांव लगाया था किंतु स्थानीय भाजपा नेताओं के विरोध को देखते हुए अब भारतीय जनता पार्टी को प्रत्याशी चयन करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।
कमलनाथ से लोकसभा की यह सीट जीतने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने, उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को विशेष अधिकार देकर विशेष प्रभारी बनाया है। उन्होंने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से एक बार विधायक का चुनाव जीते मनमोहन शाह बट्टी को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारने की रणनीति बनाई थी किंतु इसका छिंदवाड़ा के भाजपा नेताओं में बड़ा विरोध हुआ
भारतीय जनता पार्टी में बट्टी को शामिल करके भाजपा ने टिकट देने की लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली थी।
कमलनाथ के खिलाफ आदिवासी को उतारकर कमलनाथ की सीट जीने का मंसूबा भाजपा ने बनाया था । किंतु भाजपा के स्थानीय नेताओं के विरोध को देखते हुए भाजपा अब नए आदिवासी नेता की तलाश में जुट गई है।
उत्तम ठाकुर पर दांव
भारतीय जनता पार्टी के नेता मनमोहन शाह भट्टी का विरोध कर रहे हैं भाजपा नेताओं का कहना है
कि उनकी विचारधारा भाजपा की विचारधारा से नहीं मिलती है पार्टी अब ऐसी स्थिति में स्थानीय नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है इसमें उत्तम सिंह ठाकुर जो पूर्व मंत्री प्रेम नारायण ठाकुर के पुत्र हैं। उन्हें चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। किंतु कमलनाथ के मुकाबले वह बहुत कमजोर कैंडिडेट होंगे । उनका विरोध भी भाजपा का नेता कर रहे हैं। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में कमलनाथ को घेरने के लिए भाजपा ने जो रणनीति बनाई थी वह विफल हो जाने से अब अंतिम समय में भाजपा मजबूत प्रत्याशी नकुल नाथ के सामने खड़ा करने के लिए मजबूत प्रत्याशी नहीं मिल पा रहा है।