Dularchand Murder Case: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड पर निर्वाचन आयोग (ECI) ने आज शनिवार को एक बड़ा कदम उठाया है। आयोग ने इस मामले की गंभीरता से लेते हुए चार अधिकारियों का तबादला और एक अधिकारी को निलंबित कारण का आदेश दे दिया है।
बता दें कि इस मामले पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार से कल दोपहर 12 बजे तक कार्रवाई रिपोर्ट (Action Taken Report) मांगी गई है।
आयोग ने SP समेत चार अफसरों का किया ट्रांसफर
चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार, बाढ़ के एसडीओ सह 178-मोकामा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर चंदन कुमार को तत्काल पद से हटा दिया, बल्कि उनकी जगह आईएएस आशीष कुमार को नियुक्त किया गया, जो वर्तमान में पटना नगर निगम में अतिरिक्त नगर आयुक्त का पदभार संभाल रहे थे।
इसके अलावा एसडीपीओ बाढ़-1 राकेश कुमार और एसडीपीओ बाढ़-2 अभिषेक सिंह का भी आज तबादला कर दिया गया है। इनकी जगह 2022 आरआर बैच के आनंद कुमार सिंह और आयुष श्रीवास्तव तैनात हुए।
कार्रवाई के सख्त निर्देश जारी
बता दें कि आयोग ने इन तीनों हटाए गए अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के भी निर्देश जारी किए हैं। वहीं, पटना ग्रामीण के एसपी का भी तबादला आज कर दिया है। इससे पहले भी घोसवारी थाना प्रभारी मधुसूदन कुमार और भदौर थाना प्रभारी रवि रंजन को निलंबित किया जा चुका है।

दुलारचंद यादव की हत्या का मामला
जानकारी के लिए बता दें कि यह घटना 30 अक्टूबर को चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी। बताया जाता है कि दो राजनीतिक गुटों के बीच हुई अचानक गोलीबारी में जन सुराज पार्टी समर्थक दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने अब तक तीन एफआईआर दर्ज की और दो संदिग्धों को गिरफ्तार भी कर लिया है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियोरेस्पिरेटरी फेलियर बताया जा रहा है।
वही, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इस हत्या को “लोकतंत्र पर हमला” बताते हुए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि “बिहार में फिर से जंगलराज की वापसी हो रही है।”
उधर, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इसपर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हम इसकी मांग करते हैं।
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