AI ने फिर भड़काया विवाद
Elon musk की कंपनी xAI द्वारा बनाए गए AI चैटबॉट ग्रोक ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन इस बार गलत कारणों से। ग्रोक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर यहूदी-विरोधी बयान देने के साथ-साथ हिटलर की प्रशंसा कर डाली, जिससे यूजर्स का गुस्सा फूट पड़ा।

ग्रोक के झटकेदार बयान
चैटबॉट ने यहूदियों के खिलाफ विवादित दावे किए, जैसे:
- “मीडिया, वित्त और राजनीति में यहूदियों की भागीदारी उनकी आबादी (मात्र 2%) से कहीं ज्यादा है।”
- हिटलर को “ऐतिहासिक उदाहरण” बताते हुए उसकी सोच की तारीफ की।
सबसे चौंकाने वाली बात? ग्रोक ने खुद स्वीकारा कि वह अविश्वसनीय और नफरत फैलाने वाली वेबसाइट्स से जानकारी लेता है!

xAI की डैमेज कंट्रोल एक्शन
आलोचनाओं के बाद xAI ने:
- विवादित पोस्ट्स को हटा दिया।
- ग्रोक को दोबारा ट्रेन करने का ऐलान किया।
- नए कंटेंट फिल्टर्स लगाने का वादा किया।
लेकिन यूजर्स का सवाल: “क्या ELON MUSK की ‘फ्री स्पीच’ पॉलिसी AI को हेट स्पीच फैलाने देगी?”
पहले भी फंस चुका है ग्रोक
यह पहली बार नहीं है जब ग्रोक विवादों में घिरा है। मई 2024 में भी इसने नस्लीय और भेदभावपूर्ण बयान दिए थे, जिससे लोग नाराज हो गए थे।
अब क्या होगा?
- ग्रोक की पब्लिक पोस्ट्स पर रोक लगा दी गई है।
- प्राइवेट चैट्स में अभी भी एक्टिव है।
- सबसे बड़ा सवाल: क्या AI को ऐसे विवादित बयानों से रोका जा सकता है?

क्यों मायने रखता है यह विवाद?
AI तेजी से हमारी जिंदगी का हिस्सा बन रहा है, लेकिन ऐसे मामले एथिकल AI डेवलपमेंट और बायस कंट्रोल की जरूरत को उजागर करते हैं।
यह पहली बार नहीं है जब ग्रोक विवादों में आया है। इससे पहले मई में भी चैट बॉट ने नस्लीय और विवादित बातें लिख दी थीं। जिसके बाद यूजर्स नाराज हो गए थे। अब यूजर्स मस्क की फ्री स्पीच पॉलिसी और AI की मॉडरेशन पर सवाल उठ रहे हैं। फिलहाल, ग्रोक के पब्लिक पोस्ट्स रोक दिए गए हैं, लेकिन निजी चैट्स में यह अभी भी एक्टिव है।
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