बिजनेस डेस्क, नईदुनिया।
अधिकतर लोग मानते हैं कि कमाई का एक हिस्सा निवेश कर देना ही सुरक्षा की गारंटी है। लेकिन क्या वाकई ऐसा है? सच्चाई ये है कि सिर्फ निवेश करना पर्याप्त नहीं, बल्कि अनजाने संकटों – जैसे बीमारी, हादसा या असमय मृत्यु के लिए भी तैयार रहना ज़रूरी है। अगर आप अपने पीछे परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित देखना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए उपाय आज ही अपनाएं।
1. संपत्तियों और लोन की जानकारी शेयर करें
आपके पास कितनी प्रॉपर्टी है, कहां निवेश किया है, और किन-किन लोन की जिम्मेदारियां हैं — यह सब जानकारी परिवार के भरोसेमंद सदस्य के साथ साझा करें। अचानक किसी घटना में यह जानकारी बहुत काम आएगी।
2. समय रहते वसीयत बनवाएं
वसीयत सिर्फ अमीरों की ज़रूरत नहीं। एक साधारण व्यक्ति की संपत्ति भी विवाद का कारण बन सकती है। इसलिए साफ-साफ वसीयत बनवाकर यह तय कर लें कि कौन-क्या पाएगा। इसमें नॉमिनी और गार्जियनशिप की जानकारी ज़रूर जोड़ें।
3. पासवर्ड्स को सुरक्षित और सुलभ बनाएं
आज हर चीज़ डिजिटल है – बैंक, UPI, म्यूचुअल फंड्स, ईमेल आदि। इन सबके पासवर्ड्स को एक सुरक्षित डायरी या एन्क्रिप्टेड फाइल में नोट कर लें और उसकी जानकारी एक ट्रस्टेड व्यक्ति को दें।
4. बीमा लेना है जरूरी – जीवन और स्वास्थ्य दोनों का
एक अच्छी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी आपके न रहने पर परिवार को आर्थिक सहारा दे सकती है। साथ ही, एक हेल्थ इंश्योरेंस बड़ी बीमारी के इलाज के खर्च से बचा सकता है। ये दोनों हर परिवार के लिए अनिवार्य हैं।
5. नॉमिनी अपडेट रखें – वरना सब अटक सकता है
कई बार लोग निवेश तो करते हैं, लेकिन नॉमिनी की जानकारी अपडेट नहीं करते। बाद में कानूनी लड़ाई में समय और पैसा दोनों बर्बाद होता है। बैंक, बीमा, म्यूचुअल फंड्स – हर जगह सही नॉमिनी जोड़ना न भूलें।
6. डॉक्यूमेंट्स व्यवस्थित रखें – फिजिकल या डिजिटल
PAN, Aadhaar, प्रॉपर्टी पेपर्स, इंश्योरेंस पॉलिसी – इन सबको एक फोल्डर में रखें या स्कैन करके किसी क्लाउड ड्राइव में सुरक्षित करें। इससे ज़रूरत पड़ने पर कोई चीज़ ढूंढनी नहीं पड़ेगी।
7. रिटायरमेंट के बाद के लिए आज से सोचें
NPS, PPF, SIP जैसे साधनों में नियमित निवेश करें ताकि रिटायरमेंट के बाद एक स्थायी आय स्रोत बना रहे और आप आर्थिक रूप से निर्भर न हों।
8. फाइनेंशियल एडवाइजर की जानकारी परिवार से साझा करें
अगर आपने किसी फाइनेंशियल प्लानर या चार्टर्ड अकाउंटेंट से योजना बनाई है, तो उनकी डिटेल्स परिवार को जरूर बताएं ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क किया जा सके।
9. एक इमरजेंसी फंड ज़रूर बनाएं
कम से कम 6 महीने के खर्च के बराबर रकम एक अलग सेविंग अकाउंट में रखें, जिसे सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही इस्तेमाल किया जाए। यह सबसे पहले आपकी मदद करेगा।