India-US Relations: भारत और अमेरिका के बीच सोमवार, 25 अगस्त को वर्चुअल माध्यम से 2+2 इंटर-सेशनल वार्ता की गई। यह बातचीत उस समय हुई जब दोनों देशों के बीच व्यापार और टैरिफ नीतियों को लेकर तनाव बना है। इस वर्चुअल से दोनों पक्षों ने कई अहम मुद्दों पर अपनी-अपनी सहमति जताई और भविष्य में संबंधों को और मजबूत करने का भरोसा भी जताया है।
इस संदर्भ में विदेश मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य व्यापार, निवेश, ऊर्जा सुरक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों को उपयोग में लाना है। इसके साथ ही रक्षा सहयोग और विज्ञान-प्रौद्योगिकी से जुड़े विषय भी इस चर्चा में शामिल रहे।
10-वर्षीय ढांचे समझौते पर हस्ताक्षर का फैसला
भारत और अमेरिका ने मेजर डिफेंस पार्टनरशिप को और सुदृढ़ बनाने के लिए एक नया 10-वर्षीय ढांचे इस वार्ता के दौरान हस्ताक्षर करने का भी निर्णय लिया है। बता दें कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग को नई दिशा मिलने की संभावना है। साथ ही, रक्षा औद्योगिक सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है।
भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट (COMPACT) में तेजी
भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट (COMPACT) के तहत बैठक में दोनों ही पक्षों में तेजी देखने को मिलेगी। इस सहयोग को आगे ले जाने की प्रतिबद्धता जताई गई है। यह ढांचा विभिन्न सेक्टर्स में साझेदारी को गति देने और आपसी लाभ सुनिश्चित करने के लिए खास तौर पर तैयार किए गए है।
वार्ता के दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता पर भी चर्चा की गई। भारत और अमेरिका दोनों ने क्वाड के जरिए इस क्षेत्र को सुरक्षित, समृद्ध और अधिक स्थिर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। यह पहल दोनों देशों की साझा रणनीतिक को दर्शाने का काम किया है।
वार्ता में शामिल सह-अध्यक्षता
भारत की ओर से इस वर्चुअल बैठक में शामिल होने वाले सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव नागराज नायडू काकनूर और रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव विश्वेश नेगी भी मौजूद रहे। वहीं, अमेरिका की तरफ से इसमें बेथनी पी. मॉरिसन और जेदिदियाह पी. रॉयल ने सह-अध्यक्षता की।
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