क्यों किया हमला ?
इजरायल को शक था कि ईरान उसके खिलाफ परमाणु हमला करने की तैयारी में है।
इजरायल का दावा है कि ईरान के पास जल्द ही 15 परमाणु बम बनाने लायक सामग्री जुट चुकी थी। इसी खतरे को देखते हुए इजरायल ने हमला किया।
कब और कहां हुआ हमला ?

ये हमला गुरुवार रात को किया गया। इस हमले में ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ हुसैन सलामी की मौत हो गई।
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया। इस्फहान के नतांज शहर में कई बड़े धमाके भी सुने गए, जहां यूरेनियम का बड़ा भंडार मौजूद था।
नेतन्याहू का बड़ा ऐलान
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि —
“जब तक हमारा मिशन पूरा नहीं हो जाता, हम कार्रवाई जारी रखेंगे। जो भी इजरायल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
अमेरिका ने क्या कहा ?
इजरायल के इस हमले में अमेरिका ने साफ कर दिया है कि उसका कोई हाथ नहीं है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा —
“इजरायल ने यह हमला खुद अपनी रक्षा के लिए किया है। हमारी प्राथमिकता अपनी सेनाओं की सुरक्षा है।”
क्या है ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’?

इजरायल ने इस पूरे सैन्य अभियान को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया है। इजरायल का कहना है कि ईरान उसके देश को खत्म करने की साजिश कर रहा था। अपनी सुरक्षा के लिए ये ऑपरेशन जरूरी था।