बीमारी का जल्दी पता लगना क्यों है जरूरी ?
अगर कोई बीमारी शुरुआती स्टेज में पकड़ में आ जाए तो उसका इलाज आसान होता है और मरीज की जान भी बचाई जा सकती है। अब जिस तरह AI टेक्नोलॉजी एक सेल्फी से बीमारी का अनुमान लगा रही है, इससे गंभीर बीमारियों के इलाज में एक नई उम्मीद जगी है।
हालांकि, बड़े-बड़े सुपरस्पेशलिटी अस्पतालों में भी जांच में सटीकता, खर्च और समय की दिक्कत रहती है। रेडियोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्ट भी कई बार छोटी-छोटी गड़बड़ियां कर देते हैं। ऐसे में AI के नए-नए टूल्स से मेडिकल सिस्टम को मदद मिल रही है।

FaceAge: एक सेल्फी से कैंसर की पहचान आसान
FaceAge को मास जनरल ब्रिघम और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने बनाया है। ये AI टूल सिर्फ चेहरे की फोटो लेकर जैविक उम्र का विश्लेषण करता है।
यह डॉक्टरी जांच जैसे MRI, CT स्कैन, बायोप्सी और लैब टेस्ट की तुलना में ज्यादा सटीक अनुमान देता है कि कैंसर का खतरा कितना है।
चेहरे से क्या-क्या बता सकता है AI टूल?

AI रिसर्चर्स का कहना है कि इंसान का चेहरा उसके स्वास्थ्य का आईना है। ये AI टूल चेहरे की तस्वीर से ही बता सकता है कि —
- शरीर में किस चीज की कमी है?
- उम्र कितनी तेजी से बढ़ रही है?
- बुढ़ापा किस हद तक आ चुका है?
इतना ही नहीं, FaceAge जन्मदिन की तारीख से गिनी जाने वाली उम्र की बजाय, असली शारीरिक हालत पर उम्र का सही आकलन करता है। कैंसर के मरीजों में भी ये डॉक्टरों के मुकाबले ज्यादा सटीक बचने की संभावना बता सकता है।
AI कैसे करता है काम ?
FaceAge हजारों तस्वीरों पर ट्रेनिंग लेने वाले डीप लर्निंग एल्गोरिदम पर काम करता है। ये इंसानी चेहरे की बारीकियों जैसे त्वचा की बनावट, मांसपेशियों की ताकत और हड्डियों की संरचना को देखकर अनुमान लगाता है।
ये टूल जन्म की तारीख वाली उम्र (Chronological Age) की बजाय, आपके शरीर की असली हालत (Biological Age) का पता लगाता है।
जैविक उम्र क्यों है ज्यादा जरूरी ?

जन्म तारीख से तय उम्र हमेशा सही नहीं बताती कि कोई इंसान कितना स्वस्थ है।
- उदाहरण: 65 साल का एक व्यक्ति जो रोज़ एक्सरसाइज करता है और संतुलित खानपान रखता है, उसकी जैविक उम्र 40 साल के बराबर हो सकती है।
- वहीं 28 साल का कोई व्यक्ति जो सिगरेट पीता है, जंक फूड खाता है, उसकी जैविक उम्र 50 साल भी हो सकती है।
FaceAge अभी क्लिनिकल टेस्ट के फेज़ में है। हालांकि, इसका एक फ्री वर्जन भी है जिसमें आप अपनी सेल्फी डालकर संभावित उम्र देख सकते हैं।
6,000 से ज्यादा मरीजों पर टेस्ट
FaceAge का परीक्षण 6,000 से ज्यादा कैंसर मरीजों पर किया गया। शोध में पाया गया कि जिन मरीजों का चेहरा उनकी असली उम्र से ज्यादा बूढ़ा दिखता था, उनके जिंदा रहने की दर भी कम थी।
जैविक उम्र का मतलब होता है — आपकी असली शारीरिक स्थिति। इसमें आनुवंशिकता, जीवनशैली, बीमारी और पर्यावरण का असर दिखता है।