नई दिल्ली:
सोचिए कोई आपके सामने पुलिस की वर्दी में आए, नाम बताए “राहुल त्यागी” या “रिक्की त्यागी”, मुस्कराए… भरोसे की डोर बांधे और फिर आपकी ज़िंदगी को ही बर्बाद कर दे। ये कोई फिल्मी विलेन नहीं, बल्कि हकीकत का नाम है नौशाद त्यागी – जो प्यार, वर्दी और झूठ की तिकड़ी बनाकर सालों से महिलाओं को निशाना बना रहा था।
32 साल का ये शातिर धोखेबाज़ यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। उसका असली नाम नौशाद है, लेकिन जब सामने हिंदू लड़की होती तो बन जाता राहुल या रिक्की, और जब मुस्लिम लड़की मिलती, तो फिर वही पुराना चेहरा लेकर बन जाता नौशाद त्यागी।
नाम बदला, चेहरा नहीं – 3 साल की प्लानिंग, 4 राज्यों में शिकार
कहानी की शुरुआत होती है उत्तर प्रदेश के सम्भल से। यहां नौशाद अपने एक कांस्टेबल दोस्त के साथ रहता था। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दोस्त गया ड्यूटी पर और छोड़ गया अपनी वर्दी। बस! यहीं से शुरू हुआ वर्दी वाला धोखेबाज़ का खेल।
नौशाद ने वही वर्दी पहनी, खुद को एसओजी का कॉन्स्टेबल बताया, और निकल पड़ा महिलाओं को अपनी बातों में उलझाने। उसके निशाने पर थीं विधवा महिलाएं, या वो महिलाएं जो अकेलेपन से जूझ रही थीं।
दो निकाह, एक 55 साल की बीवी और 20 प्रेमिकाएं!
इतना ही नहीं, नौशाद ने दो निकाह भी किए – पहली बीवी उससे 23 साल बड़ी! दूसरी बीवी मुजफ्फरनगर के ही सिविल लाइंस इलाके में रहती है।
लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकती – 20 लड़कियों को प्रेम के जाल में फंसाया और 10 के साथ बनाए शारीरिक संबंध।
उसके मोबाइल से मिलीं कई महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो – ये साबित करते हैं कि वो सिर्फ़ दिल नहीं, महिलाओं की इज्ज़त भी तोड़ रहा था।
तीन नाम, तीन नेम प्लेट और फर्जी वर्दी
जैसे कोई क्राइम-सीरीज़ का किरदार – नौशाद के पास तीन अलग-अलग नाम की नेम प्लेट्स थीं। कभी “राहुल त्यागी”, तो कभी “रिक्की” और फिर “नौशाद”।
सोशल मीडिया, अकेली महिलाएं, मीठी बातें – और फिर शुरू होता था प्यार, वादा, शादी का सपना… और फिर इज्ज़त और पैसा लूटने का गंदा खेल।
धोखे की चिंगारी बनी महिला की जागरूकता की लौ
एक विधवा महिला की सूझबूझ ने इस धोखेबाज़ की कहानी का पर्दाफाश कर दिया। नौशाद उससे मिला, प्यार का नाटक किया, संबंध बनाए और फिर करीब 6 लाख की ठगी कर बैठा। लेकिन जब शादी की बात पर वह टाल-मटोल करने लगा, तो महिला को शक हुआ।
वह पहुंची पुलिस के पास और 1 जुलाई को नौशाद की गिरफ्तारी हो गई। पुलिस ने बताया कि वह किसी नए शहर में जाकर नया शिकार ढूंढने की फिराक में था।
पुलिस हैरान, सबूत भारी – केस दर्ज, जांच जारी
नौशाद के मोबाइल से बरामद हुए आपत्तिजनक वीडियो, फोटो, और नकली वर्दी। वह खुद को बड़ा पुलिसवाला दिखाने के लिए असली पुलिसवालों से भी जान-पहचान बढ़ाता था, ताकि उसका झूठ सच्चा लगे।
पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और उसकी पूरी क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, नौशाद एक शातिर अपराधी है जो महिलाओं के साथ नहीं, इंसानियत के साथ भी खेल रहा था।
अब सवाल उठता है:
- ऐसे लोगों को समाज में जगह कैसे मिलती है?
- महिलाएं कैसे पहचानें ऐसे फर्जी वर्दीधारी दरिंदों को?