सरकार पर आरोप: गिरगिट की तरह रंग बदल रही है सरकार?
मध्यप्रदेश विधानसभा में पहले दिन ही हंगामा खड़ा हो गया। कांग्रेस विधायक हाथों में तख्तियां और एक खास खिलौना — गिरगिट लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। उनका आरोप है कि सरकार बार-बार अपने रवैये को बदल रही है, जैसे गिरगिट अपने रंग — ओबीसी आरक्षण को लेकर सरकार का रवैया भी ऐसा ही है।
बीजेपी का सवाल: “कमलनाथ को कौन रोक रहा है?”
सिरोंज से विधायक उमाकांत शर्मा ने सीधे सवाल पूछा, “कमलनाथ जी को सदन में आने से कौन रोक रहा है?” उनका आरोप है कि यह सब पार्टी के भीतर की गुटबाजी का नतीजा है।
क्या हुआ सत्र में? श्रद्धांजलि और कार्यवाही
सत्र की शुरुआत में नेताओं ने पूर्व विधायकों, शहीद सैनिकों और आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद, बैठक को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
सवाल और विधेयक: कितने सवाल पूछे गए?
इस बार सत्र में कुल 3377 सवाल पूछे जाने थे। इनमें से अधिकतर सवाल ऑनलाइन आए हैं। विधायकों ने 226 ध्यानाकर्षण, 23 संकल्प और 65 शून्यकाल की सूचनाएं दीं। साथ ही, तीन नए सरकारी विधेयक भी पेश किए गए हैं।
विधायक की शिकायत: सरकार डर गई है?
महेश परमार ने आरोप लगाया, “सरकार डर गई है। वे चाहते हैं कि हम और मीडिया बाहर रहें। हम अपनी बात जोर-शोर से कहेंगे।” उन्होंने उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन को लेकर भी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन का कारण: रंग बदलती सरकार?
विधायकों को सुरक्षा कारणों से विधानसभा में प्रवेश सीमित कर दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष ने इसका सोशल मीडिया पर जिक्र किया। सवाल फिर उठे: गुटबाजी और रंग-रंग की राजनीतिउमाकांत शर्मा ने फिर पूछा, “कमलनाथ को कौन रोक रहा है?” उनका मानना है कि यह सब पार्टी की गुटबाजी का ही परिणाम है।
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श्रद्धांजलि: शहीदों और पीड़ितों को याद किया गया
सत्र के दौरान, नेताओं ने शहीद सैनिकों, आतंकवादी हमलों और हादसों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
राजनीतिक बयानबाजी: विपक्ष और सरकार के आरोप
– प्रीतम सिंह लोधी ने कहा, “मोदी जी ने जनगणना और ओबीसी आरक्षण का मुद्दा खत्म कर दिया है।”
– सेना पटेल का आरोप: “सरकार ने वादे पूरे नहीं किए और रंग-रंग की राजनीति कर रही है।”
आखिर में: कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस का कहना है कि वे सत्र में ओबीसी आरक्षण, जमीन, भर्ती घोटाले, भ्रष्टाचार, रोजगार, ड्रग्स, महिला अत्याचार जैसे मुद्दे जोर-शोर से उठाएंगे। उनका मकसद है कि सरकार की नाकामी को उजागर किया जाए।
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