नई दिल्ली -वैश्विक नेता के रूप में नरेंद्र मोदी की छवि तेजी से निखर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी इस सप्ताह सिंगापुर की यात्रा के दौरान वहां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस), आसियान-भारत अनौपचारिक बैठक, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी वार्ता में भाग लेने के साथ साथ अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस के साथ द्विपक्षीय बैठक में शामिल है।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्वी) विजय ठाकुर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 36 घंटे की इस यात्रा में 14 नवंबर की सुबह सिंगापुर पहुंचेंगे। वहां पहुंचने के बाद वह सबसे पहले सिंगापुर फिनटेक सम्मेलन में मुख्य भाषण देंगे। उन्होंने कहा, इस बार हम उपकरणों के बीच स्वचालित पिक्सल आधारित संचार मंचा एपीआईएक्स शुरू करने का विचार कर रहे हैं। आसियान देशों ने अपने वित्तीय संस्थानों को एक मंच पर लाया है। प्रधानमंत्री भारतीय वित्तीय संस्थानों के साथ इसकी संपर्क कड़ी की शुरूआत करेंगे। शाम को वह दूसरे क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।
सिंह ने कहा, कुल 16 वार्ताकारों देशों के नेता वहां होंगे। शिखर सम्मेलन में वे आरसीईपी की वार्ता में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे जो सिंगापुर में जारी है। आरसीईपी में 10 आसियान सदस्य देश (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमा, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपीन, लाओस और वियतनाम) तथा छह एफटीए भागीदार भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड हैं। सदस्य देशों के बीच बातचीत 2012 से जारी है। सचिव ने कहा कि भारत वार्ता में रचनात्मक स्थिति में है।
अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री 14 नवंबर को अमेरिकी उपराष्ट्रपति पेंस के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
व्हाइट हाउस ने पिछले सप्ताह कहा था कि सिंगापुर में बैठक के दौरान पेंस तथा मोदी भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग तथा द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। ईरान से तेल आयात पर पाबंदी के बाद मोदी-पेंस की बैठक हो रही है। हालांकि इस पाबंदी से भारत, चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, इटली, यूनान, ताइवान ओर तुर्की को छूट दी गयी है।
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन के अध्यक्ष सिंगापुर के प्रधान ली सिएन लूंग रात्रि भोज भी देंगे।
प्रधानमंत्री 15 नवंबर को नाश्ते के समय आसियान-भारत बैठक में शामिल होंगे। मोदी 13वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा होगी, उसमें सूचना एचं संचार प्रौद्योगिकी, स्मार्ट शहर, समुद्री सहयोग तथा सीमा पर आतंकवाद शामिल हैं। सचिव ने कहा कि वह भारत लौटने से पहले भारत-सिंगापुर है काथन के प्रतिभागियों के साथ बैठक करेंगे। मोदी की यात्रा के दौरान क्वाड देशों भारत, अमेरिका, जापान तथा आस्ट्रेलिया के संयुक्त सचिव स्तर की तीसरी बैठक होगी। क्वाड इन चार देशों की अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता है। यह पूछे जाने पर कि क्या शिखर सम्मेलनों के दौरान चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग तथा मोदी के बीच बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय बैठक को लेकर अभी तैयारी चल रही है।