शाहरुख खान को फिल्म ‘जवान’ के लिए बेस्ट एक्टर अवॉर्ड मिला है। हालांकि, एक्ट्रेस उर्वशी ने इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर किस आधार पर शाहरुख को यह सम्मान दिया गया है।
‘ये कोई पेंशन नहीं है’ – उर्वशी का जूरी पर तंज
उर्वशी ने कहा, “क्या एक्टिंग का कोई स्केल होता है? या फिर उम्र के बाद सपोर्टिंग कैटेगरी में ही अवॉर्ड मिलता है?
ये कोई पेंशन नहीं है, जो चुपचाप ले लो।” उन्होंने अवॉर्ड चयन के मानकों की जांच की मांग भी की।
मलयालम सिनेमा की अनदेखी पर उठे सवाल
उर्वशी ने राज्य मंत्री सुरेश गोपी से अपील की है कि मलयालम सिनेमा को नजरअंदाज करने की जांच हो। उन्होंने कहा कि बेहतरीन कंटेंट और कलाकार होने के बावजूद मलयालम फिल्में पीछे छूट रही हैं।
https://nfaindia.org/ – 71st National Film Awards, 2023
SRK को बेस्ट एक्टर, विजयराघवन को सपोर्टिंग रोल क्यों?
उर्वशी ने सवाल उठाया कि शाहरुख को बेस्ट एक्टर और विजयराघवन जैसे दिग्गज को सपोर्टिंग रोल में क्यों सीमित किया गया?
उन्होंने 2006 में खुद को भी अवॉर्ड पॉलिटिक्स का शिकार बताया।
नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले कलाकारों की लिस्ट
इस बार शाहरुख खान और विक्रांत मैसी को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला है।
- रानी मुखर्जी बेस्ट एक्ट्रेस बनीं।
- ‘उल्लोझुक्कू’ को बेस्ट मलयालम फिल्म और ‘2018’ को बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन का अवॉर्ड मिला है।
- पुक्कलन ने बेस्ट एडिटिंग का खिताब जीता।
उर्वशी के बयान के बाद अवॉर्ड जूरी पर बहस छिड़ गई है। सोशल मीडिया पर लोग इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहे हैं। कुछ लोग उर्वशी के बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ इसे पब्लिसिटी स्टंट मान रहे हैं।