हाल ही में एसएससी सिलेक्शन पोस्ट फेज-13 परीक्षा को लेकर देशभर में भारी विरोध प्रदर्शन हुए।
हालांकि, कर्मचारी चयन आयोग (SSC) अध्यक्ष एस गोपालकृष्णन ने परीक्षा रद्द करने से साफ इनकार किया है।
उनका कहना है कि जिन उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ है, उन्हें न्याय जरूर मिलेगा।
मिसमैनेजमेंट और तकनीकी गड़बड़ियों की बात स्वीकारी
एसएससी अध्यक्ष ने स्वीकार किया कि परीक्षा के दौरान मिसमैनेजमेंट और टेक्निकल गड़बड़ियों के मामले सामने आए हैं।
आयोग ने माना कि कई परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन फेल हुआ है।
कुछ केंद्रों पर परीक्षा के दौरान कंप्यूटर सिस्टम बार-बार हैंग हो रहे थे।
कई छात्रों को गलत परीक्षा केंद्र अलॉट किए गए, जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
देशभर में भड़का विरोध, छात्रों के साथ शिक्षक भी उतरे सड़कों पर
दिल्ली के जंतर-मंतर से लेकर पटना तक विरोध प्रदर्शनों की आग फैल गई।
हजारों उम्मीदवारों ने ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन छेड़ा।
वहीं, प्रदर्शन को काबू में करने के लिए पुलिस बल का भी इस्तेमाल किया गया।
इस दौरान कई फेमस टीचर्स ने भी छात्रों का साथ दिया और आयोग के खिलाफ आवाज़ बुलंद की।
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उम्मीदवारों की मुख्य मांगें क्या हैं?
उम्मीदवार चाहते हैं कि एडुक्विटी वेंडर का कॉन्ट्रैक्ट तुरंत रद्द किया जाए।
पूरी परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग की जा रही है।
आयोग को खुद का टेक्निकल सिस्टम विकसित करने की भी सलाह दी गई है।
उम्मीदवारों का कहना है कि भविष्य में ऐसी तकनीकी समस्याएं न हों, इसके लिए आयोग को ठोस कदम उठाने चाहिए।
री-एग्जाम में शामिल नहीं हो सके 60% छात्र
छात्रों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए 2 अगस्त को तीन पालियों में री-एग्जाम कराया गया।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दो परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा रद्द कर दी गई।
इन दोनों केंद्रों पर परीक्षा रद्द होने से करीब 2,500 छात्र प्रभावित हुए।
री-एग्जाम में 16,600 उम्मीदवारों को शामिल होना था, लेकिन केवल 8,048 छात्र ही परीक्षा देने पहुंचे।
परीक्षा रद्द नहीं होगी लेकिन प्रभावितों को मिलेगा एक और मौका
एसएससी अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि चयन पद फेज-13 परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी।
हालांकि, जिन उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ है, उन्हें री-एग्जाम का अवसर दिया जाएगा।
अध्यक्ष गोपालकृष्णन ने कहा, “हम आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “यदि हमें कोई भी ऐसा उम्मीदवार मिलता है जिसके साथ अन्याय हुआ है, तो उसके लिए दोबारा परीक्षा कराएंगे।”
वेंडर हटाने पर क्या बोले एसएससी अध्यक्ष?
प्रदर्शन कर रहे उम्मीदवारों और शिक्षकों ने वेंडर एडुक्विटी को हटाने की मांग की।
इस पर अध्यक्ष ने कहा, “एक परीक्षा के आधार पर वेंडर को हटाना संभव नहीं है।”
“अगर अभी वेंडर बदला जाता है तो नई कंपनी को लाने में दिसंबर तक का समय लगेगा।”
“तब तक परीक्षा प्रक्रिया कैसे संचालित होगी?”
अध्यक्ष ने यह भी कहा कि वेंडर ने एक हफ्ते में अपने कामकाज में सुधार किया है।
SSC पेपर में AI के इस्तेमाल पर सफाई
AI के इस्तेमाल को लेकर भी छात्रों ने सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि पेपर में सवाल बार-बार दोहराए गए।
इस पर SSC ने स्पष्ट किया कि AI का उपयोग केवल शुरुआती स्तर पर होता है।
हर सवाल को मेटाडेटा के साथ टैग किया जाता है ताकि रिपीटेशन न हो।